अमरावती, १९ अक्टूबर ।
आंध्र प्रदेश के अन्नामाय्या जिले में स्थित अभय अंजनेय स्वामी मंदिर को पूरी तरह से तहस-नहस करने वाला एक पुजारी निकला, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जंगल के बीचोबीच स्थित इस हनुमान मंदिर की नींव तक हिला देने वाले इस आरोपी पुजारी हरिनाथ यादव ने मंदिर के बेसमेंट में विस्फोटक भी लगा रखे थे।हालांकि, इनमें से वह विस्फोट करने में नाकाम रहा। हनुमान जी का यह छोटा सा मंदिर जमीन से अलग होकर एक तरफ झुक गया है। मंदिर के मुख्य द्वार के साथ ही इसमें रखी देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी क्षति पहुंचाई गई है। आरोपी हरिनाथ यादव इस जिले के एक दूसरे मंदिर का पुजारी है और मंदिर के चढ़ावे और राजस्व को लेकर हुई रंजिश में इस अपराध को अंजाम दिया गया है।पुलिस के अनुसार कादिरनाथ उनीकोटा के वन क्षेत्र में स्थित इस मंदिर के बेसमेंट में विस्फोटक लगाए गए थे, लेकिन उसमें विस्फोट करने में विफल रहने के बाद मंदिर में अत्यधिक तोडफ़ोड़ और गर्भगृह में खुदाई करके मंदिर के ढांचे को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस घटना से भक्तों और विभिन्न हिंदू संगठनों में बहुत रोष है, लिहाजा आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पुलिस को इस कृत्य में शामिल लोगों की तत्काल धरपकड़ करने को कहा।इस संबंध में अभय अंजनेय स्वामी मंदिर के पुजारी विद्यासागर ने एक रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच की तो यह स्तब्ध करने वाली जानकारी सामने आई। जिला एसपी वी.विद्यासागर नायडू ने बताया कि अभय अंजनेय स्वामी मंदिर के पुजारी के मंदिर की आय की साझेदारी को लेकर एक अन्य मंदिर कनुगुंडा स्वामी मंदिर के पुजारी हरिनाथ यादव से मतभेद थे। हरिनाथ यादव मंदिर की आय के लिए अभय अंजनेय स्वामी मंदिर का नियंत्रण अपने हाथ में लेना चाहता हैे।
लेकिन पुजारी विद्यासागर को यह बात मंजूर नहीं थी। बाद में हरिनाथ यादव ने पांच अन्य लोगों की मदद से मंदिर को विभिन्न औजारों से तोड़ दिया है। इन आरोपियों की पहचान हरिनाथ के अलावा महेश्वर रेड्डी, टी.लक्ष्मीनारायण, बी.राघवेंद्र चेरी, चाकीवेलु मधु और शेख इलाही के रूप में हुई है।