कोरबा। मेहमानी में कोरबा जिले के बांगो थानांतर्गत मोरगा चौकी के ग्रामीण केंदई में बुआ के घर एक कार्यक्रम में सम्मिलित होने के दौरान मोबाइल पर वाद-संवाद के दौरान हुए विवाद को लेकर विवाहिता बिना किसी को कुछ बताए वैवाहिक कार्यक्रम छोड़कर अचानक रहस्यमय ढंग से विगत 25 जून को लापता हो गई थी। जिसे काफी मशक्कत के बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर मोरगा पुलिस ने अंबिकापुर में दस्तेयाब कर आज उसे उसके पति को वैधानिक कार्रवाई पूर्ण कर सौंप दिया। सरगुजा जिले के ग्राम परसा नवापारा थाना उदयपुर निवासी भोलेराम चौहान उम्र 30 वर्ष परसा स्थित कोल खदान में सामान्य ठेका मजदूर काम कर रहा था। विगत 25 जून को कोरबा जिले के बांगो थाना के मोरगा चौकी क्षेत्रांतर्गत ग्राम केंदई निवासी अपनी बुआ के घर भोलेराम चौहान एवं उसकी पत्नी कलेश्वरी बाई उम्र 27 वर्ष सामाजिक व वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। यहां केंदई में कलेश्वरी बाई को बुआ के घर छोड़कर उसका पति भोलेराम चौहान वापस गृहग्राम नवापारा परसा के लिए चला गया था। चूंकि उसे कॉलरी में नियमित ड्यूटी आना-जाना पड़ता था। बताया जाता है कि बुआ के घर छोड़कर जाने से नाराज कलेश्वरी बाई ने कई बार मोबाइल से अपने पति से संपर्क साधने का प्रयास की लेकिन उसका स्वीच ऑफ होने के कारण बातचीत नहीं हो पाया। उसी दिन काफी प्रयास के बाद शाम को मोबाइल से बातचीत होने पर कलेश्वरी बाई एवं उसके पति के मध्य कुछ घरेलू बातों को लेकर नोंकझोंक हो गई और कलेश्वरी ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। जिसके बाद वह अपने बुआ के परिवार के किसी भी सदस्य को तथा ससुराल में सास-ससुर को भी कोई जानकारी न देकर वहां से शाम को अचानक रहस्यमय ढंग से अपने मोबाइल का स्वीच ऑफ कर लापता हो गई। इधर दो दिनो तक पत्नी का कोई खबर नहीं मिलने पर भोलेराम चौहान केंदई पहुंचा तो उसे जानकारी मिली कि 25 जून को ही वह बिना कुछ बताए कहीं चली गई। जिसके बाद अपने स्तर पर पत्नी को खोजते रहा, नहीं मिली तो एक जुलाई को उसने मोरगा चौकी पहुंचकर गुम इंसान दर्ज करा दिया। जिसके बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर मोरगा चौकी प्रभारी अश्वनी निरंकारी अपने हमराह महिला आरक्षक अर्चना, आरक्षक जगत पैकरा और महिपाल सिंह के साथ कलेश्वरी बाई के मामा के घर बौरीपारा अंबिकापुर से दस्तेयाब कर उसे आज सुबह लेकर मोरगा पहुंचे। जहां उसके पति को सुपुर्द कर दिया।