
प्रयागराज, 0९ अगस्त ।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ हत्याकांड की जांच कर रहे पांच सदस्यीय न्यायिक आयोग ने मंगलवार को भी पांच लोगों का बयान दर्ज किया। अस्पताल के आसपास मौजूद रहने वाले लोगों को सर्किट हाउस बुलाकर हत्याकांड के बारे में पूछताछ की गई। साथ पुलिस के स्तर पर हुई सुरक्षा में हुई चूक से संबंधित जानकारी भी जुटाई गई।इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायमूर्ति दिलीप बाबा साहब भोसले की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय न्यायिक आयोग सर्किट हाउस में कैंप कर रहा है। मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन) में 15 अप्रैल की रात अतीक और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस हिरासत में मौजूद दोनों भाईयों को बांदा के लवलेश तिवारी, हमीरपुर के सनी सिंह और कासगंज के अरुण मौर्या ने ताबड़तोड़ गोली मारकर मौत की नींद सुला दी थी।पुलिस हिरासत में हत्या को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे थे, जिसके बाद पहले तीन और फिर पांच सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया। आयोग पहले भी तीन बार सर्किट हाउस में कैंप कर चुका है ।