कोरबा। भारी वाहनों के लिए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की तर्ज पर बन रहे सर्वमंगला-तरदा टू-लेन के आखिरी छोर पर काम रुक गया है। वजह उरगा से कुसमुंडा के बीच बिछ रहा नया रेलवे ट्रैक सर्वमंगला मंदिर के पीछे से गुजर रहा है। इसलिए जहां से टू-लेन की सीसी सड़क गुजरनी थी, वहां रेलवे ट्रैक को गुजारने नहर मार्ग काटकर ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है।वाहनों की आवाजाही के लिए रेलवे अंडर ब्रिज बनाएगा। इसके बाद ही सर्वमंगला मंदिर की ओर के हिस्से की टू-लेन सड़क बनेगी। इसलिए आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है, जहां से ही सर्वमंगला चौक की ओर आवाजाही हो रही है, लेकिन नहर मार्ग की ओर जोड़ा पुल के पास एसईसीएल कुसमुंडा खदान का 4 नंबर बैरियर होने से सर्वमंगला चौक से मालवाहक भी उस ओर आवाजाही कर रहे थे, जिनके वैकल्पिक मार्ग से आवाजाही के दौरान जाम लगने और बारिश होने पर कीचड़ व गड्ढे होने से राहगीर परेशान हो रहे थे। दुर्घटना की आशंका भी बढ़ गई थी। कई बार घंटों तक जाम लगने से दोपहिया वाहनों की आवाजाही भी नहीं हो पा रही थी, जबकि कनबेरी, पाली-पड़निया, तरदा समेत करीब एक दर्जन गांव के लोगों की शहर की आवाजाही सर्वमंगला मार्ग से होती है।उक्त क्षेत्र के ज्यादातर बच्चे भी शहर के स्कूलों में पढऩे पहुंचते हैं। लंबे समय से परेशान ग्रामीणों ने सोमवार को वैकल्पिक मार्ग वाले स्थल पर जाम लगने पर प्रदर्शन भी किया था, जिसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने सर्वमंगला चौक की ओर से तरदा मार्ग पर आवाजाही पर रोक लगा दी है। भारी वाहनों का सर्वमंगला चौक से प्रवेश न हो, इसके लिए लोहे की रेलिंग भी लगा दी गई है। इसके साथ ही ग्रामीणों को राहत मिल गई।उरगा से तरदा होते खदान में आवाजाही: एसईसीएल द्वारा कोयला परिवहन के लिए उरगा की ओर से आवाजाही करने वाले वाहनों को 4 नंबर बैरियर से प्रवेश और निकासी दी जाती थी।