श्रीनगर, 0८ जनवरी । अयोध्या धाम में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव हो और कश्मीर इससे दूर रहे.. यह संभव नहीं है। अयोध्या से देशभर के चुनिंदा राम मंदिरों में भेजे गए कलशों में से एक कलश कश्मीर भी लाया गया है।इस पूजित अक्षत कलश को दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले के मट्टन में स्थित प्रसिद्ध सूर्य मार्तंड मंदिर के परिसर में बने राम मंदिर में रविवार को स्थापित किया गया। उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के श्रीराम भक्तों की उपस्थिति में स्थानीय लोगों ने खुद इस कलश को मंदिर में स्थापित किया। कलश स्थापना के समय विशेष पूजा की गई और भक्तों ने श्रीराम के जयघोष करते दर्शन किए। कलश स्थापना के बाद दिनभर मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता बना रहा। आठवीं शताब्दी का मार्तंड मंदिर भारत के सबसे पुराने सूर्य मंदिरों में से एक है। यह सूर्य मंदिर के नाम से भी मशहूर है। यह कश्मीर का एक ऐतिहासिक मंदिर है। इसकी ख्याति पूरे विश्व में है। श्री अमरनाथ जी की वार्षिक यात्रा के दौरान यह स्थान एक मुख्य पड़ाव होता है। पहलगाम पहुंचने से पहले अमरनाथ यात्रा की छड़ी मुबारक की पूजा भी इसी मंदिर में की जाती है। मार्तंड सूर्य मंदिर में पवित्र कलश स्थापना के मौके पर उत्सव का माहौल रहा।राम भक्तों ने कहा कि अयोध्या से कश्मीर में एक कलश आना यहां के लिए सौभाग्य है। कलश स्थापना से उन्हें लग रहा है वह अब और अयोध्या के करीब आ गए हैं।श्रीराम के एक स्थानीय भक्त ने कहा कि मंदिर में पूजा कर हमने इस सम्मान के लिए देश के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया और प्रार्थना की कि कश्मीर में शांति और सद्भाव कायम रहे। राम मंदिर की देखरेख कर रहे अशोक कुमार ने बताया कि यह पवित्र कलश दो दिन पहले कश्मीर में पहुंचाया गया था।रविवार को हमने इसे राम जी के मंदिर में स्थापित किया। उन्होंने कहा कि हम बहुत खुश हैं और आभारी भी कि अयोध्या वालों ने इस कलश के लिए हमारी घाटी को चुना। हमने अनंतनाग के मट्टन में ऐतिहासिक सूर्य मार्तंड मंदिर में इस कलश को स्थापित किया।