
कोरबा। साहित्यकार और संस्कार भारती के प्रांतीय महामंत्री हेमंत माहुलिकर ने साहित्य की महत्ता और नई पीढ़ी की लेखन शैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि साहित्य सदा से समाज का मार्गदर्शन करने वाला माध्यम रहा है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी साहित्य में नवाचार और नवोन्मेष को बढ़ावा दे रही है, जो साहित्य के उज्ज्वल भविष्य की ओर संकेत करता है।
श्री माहुलिकर ने तरुण छत्तीसगढ़ से विशेष बातचीत में बताया कि साहित्य विभिन्न विधाओं में लिखा जाता है और प्रत्येक विधा का अपना एक विशिष्ट प्रभाव होता है। उनका मानना है कि उत्कृष्ट साहित्य कालजयी होता है और समाज में अपनी सार्थकता को सिद्ध करता है।
साहित्य और संगीत के क्षेत्र में सक्रिय माहुलिकर ने इस बात पर जोर दिया कि साहित्य समाज के विकास और संवेदनशीलता को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाता है। नई पीढ़ी द्वारा किए जा रहे नवाचार और उनकी सृजनात्मकता साहित्य को नई दिशा प्रदान कर रही है।