जांजगीर /छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के खरौद नगर पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी है। इसके लिए पार्षदों ने एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंप दिया है। जिसमें उन्होंने नगर पंचायत के अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। यहां नगर पंचायत का अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी का है। इसके बावजूद उसके ही पार्टी के पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
खरौद नगर पंचायत में अध्यक्ष को मिलाकर 15 पार्षद हैं। इनमें से 14 पार्षदों ने शुक्रवार शाम को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इसमें उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष कांति कुमार केशरवानी के खिलाफ शिकायत की है। अध्यक्ष की कार्यप्रणाली से पार्षद काफी नाराज हैं। उन्होंने कलेक्टर से यहां अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है।
पार्षदों ने शुक्रवार शाम को कलेक्टर से शिकायत की है।
पार्षदों ने कलेक्टर को बताया है कि अध्यक्ष कांति कुमार केशरवानी के 2 साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। मगर वह जनहित के कार्य करने के बजाए व्यक्तिगत फायदे के लिए काम करते हैं। पार्षदों ने बताया कि कई बार अध्यक्ष हमसे दुर्व्यवहार करते हैं। गलत तरीके से बात करते हैं। जिसके चलते क्षेत्र की जनता भी इनसे नाराज हैं।
पार्षद बोले-कमीशन मांगते हैं
उन्होंने बताया कि अध्यक्ष निधि के पैसे से का भी अध्यक्ष दुरुपयोग करते हैं। हमसे हमारे वार्ड में काम करने के लिए भी अध्यक्ष पैसे मांगते हैं। जिसकी वजह से हम इलाके में काम नहीं करवा पा रहे। क्षेत्र में पानी की समस्या है। इसके लिए भी कई बार कह चुके हैं। मगर इस पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया है।
इसके अलावा भी पार्षदों ने अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्षदों ने कलेक्टर से यहां जल्द से जल्द अविश्वास प्रस्ताव के लिए दिन निर्धारत करने की मांग की है। बताया जा रहा है कि पार्षदों के इस तरह से मोर्चा खोलने से अध्यक्ष की कुर्सी जाना लगभग तय माना जा रहा है।
ऐसी ही सियासी स्थिति
15 पार्षद वाले खरौद नगर पंचायत में कांग्रेस के 5, बीजेपी के 5, शिवसेना का एक और 4 निर्दलीय पार्षद हैंं। चुनावों परिणाम के दौरान निर्दलीयों और शिवसेना के समर्थन से यहां पर कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था।