रायपुर। इस बार हरेली त्योहार पर सरकार गेड़ी बेचेगी। गेड़ी की बिक्री राज्य के वन विभाग के कार्यालयों और सी- मार्ट के जरिये की जाएगी। इससे बसोडों (बांस का काम करने वालों) को रोजगार मिलेगा वहीं, आम लोगों को भी गेड़ी खरीदने में सुविधा होगी। फिलहाल गेड़ी की दर तय नहीं की गई है। अफसरों ने बताया कि गेड़ी की कीमत बसोड तय करेंगे। विभाग केवल उसकी बिक्री में सहयोग करेगा। प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास राव ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर वन-विभाग द्वारा गेडिय़ों का निर्माण करके विक्रय किया जाएगा। हरेली तिहार के साथ गेड़ी चढऩे की परंपरा अभिन्न रूप से जुड़ी हुई है। त्योहार के दिन ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग सभी परिवारों द्वारा गेड़ी का निर्माण किया जाता है, परिवार के बच्चे और युवा गेड़ी का जमकर आनंद लेते हैं। गेड़ी चढ़कर ग्रामीण-जन और कृषक-समाज वर्षा ऋतु का स्वागत करता है।