कोरबा। कोरबा एवं कटघोरा वनमंडल में हाथियों का चौतरफा उत्पात जारी है। जहां कोरबा वनमंडल के कुदमुरा व करतला रेंज में बड़ी संख्या में घूम रहे हाथियों ने चचिया धान उपार्जन में घुसकर वहां रखे 3 कट्टी धान को चट कर दिया वहीं घिनारा गांव में एक किसान की बाड़ी में लगे सिंचाई पाइप को क्षतिग्रस्त करने के साथ ही सब्जी के पौधों को भी तहस-नहस कर दिया। कुदमुरा रेंज में भी हाथियों ने एक ग्रामीण के घर के दरवाजे को तोडक़र वहां रखे धान को चट किया है। कटघोरा वनमंडल में मौजूद हाथियों ने पसान रेंज के सेमरहा, बनिया व बीजाडांड में अरहर फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। सूचना मिलने पर वन अमला आज मौके पर पहुंचकर रात में हाथियों द्वारा किए गए नुकसानी का आंकलन शुरू कर दिया है।
जानकारी के अनुसार कोरबा वनमंडल के कुदमुरा में 16 हाथी सक्रिय हैं। इनमें से एक दंतैल बीती रात चचिया धान उपार्जन केंद्र पहुंचा और वहां रखे धान को चट करने के साथ ही उत्पात मचाया। हाथी के अचानक उपार्जन केंद्र में पहुंचने से हडक़ंप मच गया। वहां मौजूद चौकीदारों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिस पर वन अमला मौके पर पहुंचा और उपार्जन केंद्र में उत्पात मचा रहे दंतैल को खदेडऩे की कार्रवाई की। खदेड़े जाने पर दंतैल ने जंगल का रूख किया। उधर कुदमुरा परिसर में घूम रहे हाथियों ने एक ग्रामीण के घर का दरवाजा तोडक़र वहां रखे अनाज (धान) को खा गया। इस बीच करतला रेंज में 50 की संख्या में हाथी लगभग एक पखवाड़े से डेरा डाले हुए हैं। इनमें से 49 हाथी बोतली क्षेत्र के अतरपानी जंगल पहुंच गया है जबकि एक हाथी बड़मार में ही विचरण कर रहा है। अतरपानी जंगल पहुंचने से पहले हाथियों ने घिनारा में एक ग्रामीण के बाड़ी में लगे सिंचाई पाइप को निशाना बनाते हुए उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। इतना ही नहीं वहां लगे सब्जी के पौधों को भी तहस-नहस कर डाला है। कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज के सेमरहा-बनिया में 14 तथा बीजाडांड में 8 हाथी विचरण कर रहे हैं। हाथियों के इस दल ने भी दोनों ही गांव में जमकर उत्पात मचाते हुए अरहर फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है।