कोरबा। खरीफ सीजन की प्रमुख फसल की पैदावार के मामले में कोरबा जिले में इस बार रिकार्ड बना लिया। पंजीकृत कुल रकबा में किसानों ने 28.68 लाख क्विंटल धान की पैदावार करने में सफलता प्राप्त की। समय-सीमा विस्तार के बाद 5.57 लाख क्विंटल धान विभिन्न केंद्र में बची हुर्ह है। इसका उठाव करने के लिए मार्कफेड की ओर से अनुबंधित राईस मिलर्स को डीओ जारी किये जा रहे है। बताया गया कि वर्ष 2023-24 अंतर्गत कोरबा जिले में 25 लाख क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया था। 69624 हेक्टेयर में धान की पैदावार की गई। जिले के सभी क्षेत्रों से 55244 किसानों ने अपना पंजीकरण कराया था। चुनाव की वजह से धान खरदी 1 नवंबर के बजाये 1 पखवाड़े बाद प्रारंभ हो सकी। बीच में बारिश होने के कारण कामकाज में असर पड़ा। उपार्जन करने वाले के साथ-साथ किसान भी परेशान हुए। कई स्तर से आ रही मांग को देखते हुए अंतिम रूप से खरीदी का काम 4 दिन और बढ़ाया गया। जिले में कुल 28 लाख 68 क्विंटल धान की खरीदी हुई है। मार्कफेड ने बताया कि अंतिम खरीदी के बाद अधिकांश मात्रा का उठाव करा लिया गया है। वर्तमान में 557382 क्विंटल धान का उठाव होना बाकी है। इसके लिए लगातार अनुबंधित पार्टिीयों को डीओ काटे जा रहे है और अविलंब धान का उठाव करने के लिए कहा गया है। चिंता इस बात की भी है कि कुछ इलाकों में हाथियों का उपद्रव लगातार बना हुआ है। इसके चलते कई प्रकार की चुनौतियां है।