कोरबा । राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 149 बी चांपा-कोरबा-छुरी-कटघोरा मार्ग चौड़ीकरण कार्य में मुआवजा को लेकर बनी रूकावटों को दूर किया जा रहा है। कलेक्टर श्री अजीत वसंत के निर्देश के पश्चात् एसडीएम कोरबा द्वारा इस मार्ग से प्रभावित ऐसे लोग जिन्होंने मुआवजा प्राप्ति के पश्चात् परिसंपत्तियां नहीं हटाई थी, मुआवजे का भुगतान संबंधित के बैंक खाते में करने के पश्चात् लगभग 12 लोगों की संपत्ति हटाई गई। संपत्ति हटाए जाने के पश्चात् नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य दु्रत गति से चल रहा है। इस मार्ग के बनने के पश्चात् कोरबा वासियों को बेहतर आवागमन की सुविधा मिलेगी।एसडीएम कोरबा श्री श्रीकांत वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 149 बी चांपा-कोरबा-छुरी-कटघोरा मार्ग चौड़ीकरण कार्य में तहसील बरपाली एवं तहसील कोरबा अंतर्गत कृषकों के प्रभावित निजी भूमि पर स्थित परिसंपत्तियों के मुआवजे का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से संबंधित को बैंक खाता में किया जा चुका है परंतु कुछ प्रभावितों द्वारा अर्जन में प्रभावित परिसंपत्तियों का आधिपत्य अपेक्षक निकाय (एनएचआई) को सौंपा नहीं गया था। जिला प्रशासन द्वारा परियोजना में प्रभावित परिसंपत्तियों को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने की कार्यवाही की गई। प्रभावित परिसंपत्तियों में खसरा क्रमांक 527/4 पक्षकार श्री तुलाराम पिता नत्थुराम, खसरा 703/3ख पक्षकार विजय, पिता काशीराम अग्रवाल, खसरा 703/8क पक्षकार श्री उमेश कुमार पिता रामनिवास अग्रवाल, खसरा 769/1 पक्षकार श्री जवाहर साहू/गजाधर साहू खसरा 371 पक्षकार श्रीमती गौरी गीता देवी आदिले, खसरा 358/2 पक्षकार श्री रोशनलाल अग्रवाल, खसरा 487/1 पक्षकार श्री पुरूषोत्तम वगैरह, नंदलाल, खसरा 487/3 पक्षकार श्री पुरूषोत्तम वगैरह, नंदलाल, खसरा 458/1 पक्षकार श्री फिरनलाल देवांगन, खसरा 828/13 पक्षकार श्रीमती रेखा अग्रवाल, खसरा 828/26 पक्षकार श्रीमती बरखा अग्रवाल, खसरा 435/20 पक्षकार श्री जितेन्द्र कुमार जैन शामिल हैं, जिन्हें मुआवजा भुगतान कर दिया गया है। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं सक्षम भू-अर्जन अधिकारी के माध्यम से परिसंपत्तियों को हटाए जाने की कार्यवाही संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार कोरबा/बरपाली द्वारा की गई है। परिसंपत्तियां हटाने के पश्चात् उक्त मार्ग का चौड़ीकरण कार्य तेजी से प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ परिसंपत्ति का थ्री-डी हो गया है, इस सप्ताह अवार्ड भी हो जाएगा। फिर राशि भुगतान कर शेष परिसंपत्तियों को हटाने की कार्यवाही की जाएगी। आने वाले कुछ महीनों के भीतर यह मार्ग बनकर तैयार हो जाएगा। इस मार्ग के बनने से लोगों को आवागमन में भी आसानी होगी।