जांजगीर चांपा। कुन्ती बाई पति धनाराम जाति सूर्यवंशी निवासी ग्राम अफरीद के परिवार को षडयंत्र पूर्वक एकराय होकर मुझे टोनही कहकर 10 वर्षों से सामाजिक बहिष्कृत करने का मामला प्रकाश में आया है। घटना दिनांक 3मई की है, आरोपीगण लक्ष्मण बनाफर, मेलन, सुभाष, जोगीराम, हरीचरण चुरायन, कुशल, समेलाल, रामकृष्ण, प्रकाश किरण, मनहरण लाल लाठिया एवं मंगल राम सभी ने षडयंत्र पूर्वक एकराय होकर कुंतीबाई के परिवार को प्रताडि़त करने की नियत से मुझको टोनही कहकर समाज से बहिष्कृत कर दिया है तथा देखकर थुकते, घृणा करते, सुनाकर अश्लील गाली गलौच करने समाज में बातचीत, खाना पीना, उठना-बैठना, लेन देन एवं घाट घठौदा सभी सामाजिक स्तर पर बंद कर दिया गया है और एक लाख रूपये जुर्माना आरोपीगण द्वारा मांग किया जा रहा है आरोपीगण जुर्माना की राशि नहीं देने पर आरोपीगण द्वारा सुभाष को गुड्डा भेजकर, मेरे पुत्र चन्द्रशेखर एवं वृजेश कुमार को नईया तालाब के पचरी में अश्लील गाली गलौच करने लगे तथा आरोपी सुभाष ने मुझको टोनही हो कहकर समाज से बहिष्कृत कर दिया है। और विभिन्न प्रकार से धमकी दे रहे हैं।
प्रार्थी कुंती बाई सूर्यवंशी ने पुलिस अधीक्षक एवं कलेक्टर को इसकी शिकायत कर कार्रवाई के लिए अनुरोध किया है। इसके अलावा उनके परिवार को झूठा केश में फसाने की धमकी तथा हमे गांव से निकाल देने की धमकी दिया है। प्रार्थिया ने बताया कि आरोपीगण द्वारा मुझको टोनही कहकर समाज से बहिष्कृत कर देने से मेरे मान सम्मान में काफी प्रभाव पड़ा है एवं सरमिंदगी महसुस हो रही है। आरोपीगण के कृत्यों से मेरा परिवार काफी भयभीत एवं डरे सहमे हुये है आरोपीगण अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति है और उनका थाना सारागांव में पहुंच होने के कारण धमकी दिया जा रहा है। थाना सारागांव में लिखित में दिनांक 05/05/2024 को रिपोर्ट दर्ज कराने गई थी, तो थाना प्रभारी सारागांव द्वारा मेरे लिखित रिपोर्ट के आधार पर अपराध दर्ज नहीं किया गया है तथा थाना प्रभारी द्वारा अपने ढंग से मंनगणत रिपोर्ट दर्ज कर आरोपीगण के मिली भगत कर आरोपीगण को बचाने का आरोप लगाए हैं।