नईदिल्ली, १३ जुलाई [एजेंसी]। राजधानी दिल्ली में यमुना के जलस्तर ने रिकॉर्डतोड़ बढ़ोत्तरी की है, जो लगातार बढ़ता जा रहा है। यमुना किनारे रहने वाले लोगों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है। दिल्ली सरकार बाढ़ पीडि़तों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है। वहीं, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने एलजी ने गुरुवार (13 जुलाई) को दोपहर 12 बजे बाढ़ की स्थिति पर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक बुलाई है, जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहेंगे। दिल्ली में यमुना का जलस्तर बुधवार रात 10 बजे 208.05 मीटर को पार कर गया, जो केंद्रीय जल आयोग के अनुमान 207.99 मीटर (13 जुलाई को सुबह 4 से 6 बजे के बीच) से अधिक है। यमुना नदी फिलहाल खतरे के निशान (205.33 मीटर) से 2.72 मीटर ऊपर बह रही है।दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढऩे के कारण एमसीडी ने दिल्ली के 17 स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है। दिल्ली के ये 17 स्कूल गुरुवार को बंद रहेंगे। एमसीडी ने देर रात को सिविल लाइन जोन के 10 स्कूल, शाहदरा साउथ जोन के छह और शाहदरा नॉर्थ जोन का 1 स्कूल को बंद रखने का फैसला किया है। इन सभी स्कूलों की ऑनलाइन कक्षाएं चलती रहेंगी।वर्ष 1978 में जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंचा था। बुधवार दोपहर एक बजे इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए जलस्तर 207.55 मीटर और शाम पांच बजे 207.77 मीटर तक पहुंच गया था। इसमें बढ़ोतरी जारी है, क्योंकि हरियाणा के हथनी बैराज से 3.2 लाख क्यूसिक तक पानी छोड़ा जा रहा है।इस कारण यमुना खादर के बाद अब राजधानी के आवासीय क्षेत्र में पानी भरने का खतरा बन गया है। केंद्रीय जल आयोग ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर सतर्क किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हथिनी कुंड से भारी मात्रा में छोड़े जा रहे हैं पानी रोकने की मांग की है।वहीं, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है। मयूर विहार सहित कई स्थानों पर खादर क्षेत्र में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। खादर क्षेत्र में धारा 144 प्रभावी कर दिया गया है।अनियोजित विकास के कारण ज्यादा परेशानी हो रही है। सिग्नेचर ब्रिज के पास खादर क्षेत्र में स्थित गढी मांडू गांव के साथ पुराना उस्मानपुर गांव में कई फुट तक पानी भर गया है। इसी तरह से कश्मीरी गेट के नजदीक यमुना बाजार और मोनास्ट्री मार्केट में पानी भरने के साथ ही रिंग रोड पर मजनू का टीला तक पानी पहुंच गया। बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के जैतपुर विश्वकर्मा कॉलोनी में पानी भरने से लोग परेशान हैं। खादर क्षेत्र में बनी अवैध झुग्गियों से लोगों को निकालकर फ्लाईओवर के नीचे और कई स्थानों पर टेंट में ले जाया जा रहा है। दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर 2700 के करीब टेंट लगाए गए हैं।सबसे ज्यादा पूर्वी दिल्ली में 1700 और उत्तर पूर्वी जिले में लगभग 200 टेंट की व्यवस्था की गई है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 45 बोट की व्यवस्था और जरूरी उपकरणों के साथ गोताखोर तैनात किए गए हैं।हथिनी बैराज से बुधवार दोपहर दो बजे सबसे ज्यादा 3,23,190 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। सुबह दस बजे तक प्रति घंटे दो लाख क्यूसेक से ज्यादा और उसके बाद दो बजे तक प्रति घंटे लगभग 1.30 लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया, लेकिन दोपहर दो बजे के बाद इसकी मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ गई। शाम चार बजे के बाद इसमें थोड़ी कमी आई है।