कोरबा। एसईसीएल के कोरबा क्षेत्र के अंतर्गत मानिकपुर परियोजना में व्यवस्थागत कारणोंं से आउट सोर्सिंग पर काम कर रहे चालक शोषण का शिकार हैं। काफी समय से उनके सामने समस्याएं बनी हुई है। जानबूझकर उनकी उपस्थिति नहीं लगाई जा रही है। यह सब तब हो रहा है, जब एसईसीएल में श्रम कानून का पालन कराने के हवा हवाई दावे अधिकारियों की ओर से की जा रही है। मानिकपुर में ठेके के आधार पर जीप चालन का संचालन किया जाता है। यहां पर कई कंपनियां है। इन कंपनियों में जीप चलाने के लिए चालकों को रखा गया है। लेकिन उनकी हाजिरी नहीं लगती। इस मामले को एसईकेएमसी ने आईआर बैठक में प्रबंधन के सामने रखा। भागवत सिंह व प्रमोद बेनर्जी ने कहा कि ठेका मजदूरों को हाजिरी के आधार पर वेतन दिया जाए। चालकों व ठेका मजदूर शोषण का शिकार हो रहे हैं। इसी तरह अन्य मुद्दों को भी जोरशोर से उठाया गया। कल गेवरा इकाई में भी एसईकेएमसी आईआर की बैठक हुई। जिसमें हेमलाल राठौर, हरनाम सिंह, दिलीप सिंह ने कई मुद्दों को प्रबंधन के सामने रखा।