संभल, २७ दिसम्बर ।
जिले की ऐतिहासिक धरोहर सहित लुप्त हो चुके तमाम तीर्थ स्थल को अपने पुराने स्वरूप में लाया जाएगा। जिला प्रशासन ने विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे इन स्थलों को सजाने और संवारने का जिम्मा ले लिया है। एएसआई के संरक्षण में खंडहर हो चुके फिरोजशाह तुगलक का बना ग्राम फिरोजपुर में किला, तोता मैना की कब्र, पृथ्वीराज चौहान की खंडहर हो चुकी बावड़ी को संरक्षित करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है, जिसको लेकर बुधवार को डीएम एसपी ने टीम के साथ इन सभी धरोहरों का निरीक्षण किया। इन इमारतों का सुंदरीकरण होगा तो संभल जल्द ही पर्यटन नगरी के तौर पर अपनी अलग पहचान बनाएगा।जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया, एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसडीएम वंदना मिश्रा और एएसआई की टीम ने फिरोजपुर किला, नीमसार तीर्थ, तोता मैना की कब्र और पृथ्वीराज चौहान द्वारा बनवाई गई बावड़ी का निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम ने बताया कि संभल प्राचीन नगर रहा है। इस नगरी में इतिहास से लेकर वर्तमान तक अनेक अवशेष उपलब्ध भी हैं और दिखाई भी देते हैं। इनको संरक्षित करने और सुरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि एएसआई के संरक्षण में संभल का फिरोजपुर का किला है। भारतीय पुरातत्व विभाग ने किले की चारदीवारी को भी संरक्षित किया है, लेकिन इसके बावजूद आसपास के लोगों का यहां पर लगातार आना-जाना लगा रहता है, इसलिए ग्राम फिरोजपुर में बने फिरोजशाह के किले का रखरखाव ठीक ढंग से नहीं हो पाया है। इसके लिए टीम को अवगत कराया गया है। उन्होंने ने बताया कि नीमसार का कुआं सबसे ज्यादा जागृत है, क्योंकि उसी में जल मिला है। यह तीर्थ भी जागृत है, सिर्फ 10 से 12 फीट पर कुएं में जल है। डीएम ने आगे बताया कि तोता-मैना की कब्र भी जीर्णशीर्ण हालत में है, इसे भी सुरक्षित करने की आवश्यकता है।
इसके अलावा राजपूत काल की बावड़ी जो पृथ्वीराज चौहान के समय में बनी थी, वह भी बहुत बावड़ी है इसे भी सुरक्षित और संरक्षित करने की जरूरत है। उन्होंने ने कहा कि इतिहास को आप संजोकर नहीं रखा जाएगा तो इतिहास आपको छोड़ देगा। संभल के इतिहास को संरक्षित करके रखा जाएगा तो पूरा संसार यहां पर्यटन के लिए और घूमने के लिए आएगा। संभल की विलुप्त हो चुकी सभी धरोहर का जीर्णोद्धार किया जाएगा और उन्हें संरक्षित रखा जाएगा। एएसआई की मदद से इन सभी धरोहरों को सुरक्षित रखेंगे। भविष्य में इन धरोहरों के विषय में सभी को बताया भी जाएगा।डीएम बताया कि संभल में 68 तीर्थ और 19 कूप सहित 87 तीर्थ स्थल है।