
दीपका। काम करने की धुन के साथ अगर किसी को नशे की लत लग जाए तो वह अप्रत्याशिक कदम उठा सकता है और फिर लेने के देने पड़ सकते हैं। दीपका के एक कबाड़ी ने नशे के हालत में कबाड़ के बजाय बच्चा चोरी किया और बोरे में भरकर भागने लगा। नजर पडऩे पर लोगों ने उसे जमकर धुना, बाद में उसे पुलिस के हवाले किया गया।दीपका में धनवंतरी मेडिकल के पास यह घटना हुई। बताया गया कि राम कुमार प्रजापति की लोगों ने बच्चा चोरी के मामले में अच्छी खबर ली। मारपीट के कारण वह बेहोश हो गया था। वह पेशे से कबाड़ी का काम करता है। आज वह नशे में भी था जिसे पुलिस ने लोगों की भीड़ से छुड़वाया और डॉक्टरी परीक्षण करवाया।शांति नगर दीपका की रहने वाली महिला प्रीति झा ने बताया कि उसकी छोटी सी बेटी को रामकुमार प्रजापति बोरी में भरकर ले जा रहा था जिसे लोगों ने पकड़कर जमकर धुनाई कर दी , वहीं कुछ मोहल्ले वासियों ने बताया कि आरोपी दारू के नशे में है और कबाड़ी का काम करता है और पोनी पसारी के नीचे रोज रात को सोता है इसका मूलत: घर रतनपुर का है। पुलिस कर्मी केएस दुबे ने बताया कि राम प्रजापति कबाड़ी का काम करता है और नशे की हालत में है जिसका डाक्टरी मुलाहिजा करा लिया गया है और इससे पूछताछ कर रही है। वही मोहल्ले के अन्य लोगो आरोपी को कबाड़ी के काम करना बताया है इस मामले में पुलिस सघन पूछताछ कर रही है।
नौटंकी करते हैं नशेड़ी : मनोचिंतक
इस तरह की घटनाओं को लेकर हमने एक मनोचिंतक से बातचीत की और ऐसे व्यवहार को लेकर जाना। बताया गया कि सुलोसन, आयोडेक्स, बोनफिक्स, फेविक्विक को सूंघने से लेकर दूसरे तरह से नशे के तौर पर उपयोग करने वाला वर्ग बढ़ रहा है। इनकी मनोदशा अलग हो रही है। कई बार ये इसी चक्कर में लोगों के आक्रोश का शिकार होते हैं। लेकिन ज्यादा मार खाने से बचने के लिए दूसरे हथकंडे अपनाते हैं। कई मौके पर नशेडिय़ों को आगामी हालात के बारे में पर्याप्त पता होता है कि इससे बचना कैसे है।