जबलपुर, ०६ जुलाई [एजेंसी]। 15 लाख रुपये के बैंक कर्ज से परेशान होकर किसान दंपती ने भेड़ाघाट के धुआंधार से नर्मदा में छलांग लगाकर जान दी थी। मृतक किसान ग्राम बम्हौरा हिनौता निवासी धर्मेन्द्र पटेल कर्ज से परेशान था। इसलिए उसने पत्नी संध्या पटेल के साथ नर्मदा में छलांग लगाई। घर से मिले सुसाइड नोट में दंपती ने अपने सुसाइड नोट में यूनियन बैंक का 15 लाख रुपये का कर्ज होने की बात का जिक्र किया है। मामले की जांच की जा रही है। बुधवार को धर्मेन्द्र के शव का जब पोस्टमार्टम कराया जा रहा था, तभी संध्या का शव भी भेड़ाघाट के गौबच्छा घाट में उतराता मिला। बम्हौरा हिनौता निवासी धर्मेन्द्र पटेल (40) किसान था। 28 जून की सुबह धर्मेन्द्र पत्नी संध्या (35) के साथ सुबह लगभग छह बजे घर से निकला था। दोपहर 12 बजे तक धर्मेन्द्र और संध्या घर नहीं पहुंचे, तो स्वजन को चिंता हुई। दोनों के फोन घर पर रखे मिले। स्वजन ने इसकी सूचना भेड़ाघाट थाने में दी। धर्मेन्द्र की बाइक धुआंधार के पास खड़ी मिली। शहपुरा के पास नर्मदा के मालकछार घाट पर मंगलवार दोपहर लगभग एक बजे धर्मेन्द्र का शव शहपुरा के मालकछार घाट में उतराता मिला था। बुधवार को धर्मेन्द्र के शव का पोस्टमार्टम हुआ। स्वजन एम्बुलेन्स में धर्मेंद्र के शव को लेकर तिलवारा पहुंचे। जहां शव को उतारकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था, लेकिन तभी जानकारी आई कि संध्या का शव भी मिल गया है। जिसके बाद कुछ लोग भेड़ाघाट के गौबच्छाघाट पहुंचे और फिर पुलिस के साथ शव लेकर मेडिकल आए। यहां से संध्या का शव भी अंतिम संस्कार के लिए लाया गया।15 वर्षीय धुव्र और 12 वर्षीय शिवांश ने पहले पिता धर्मेंद्र और फिर मां संध्या को कांपते हाथों से मुखाग्नि दी। दोनों की बिलख रहे थे। उनकी आंखों से आंसू थम ही नहीं रहे थे। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनके सिर से मां और पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है। वे बार-बार स्वजन से लिपटकर रो रहे थे। यह देखकर हर कोई गमगीन था। इस संबंध में थाना प्रभारी भेड़ाघाट शफीक खान ने बताया कि सुसाइड नोट में कर्ज की बात का जिक्र है। इस संबंध में स्वजन के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं। ——————-