कोरबा। शहरी क्षेत्रों के साथ ही उपनगरीय क्षेत्रों में भी रेत की चोरी धड़ल्ले से जारी है। प्रतिबंधित अवधी में चोर खनिज संपदा की चोरी कर प्रशासन को चूना लगाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। बांकीमोंगरा क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के नदी नालों से हो रही रेत तस्करों के खिलाफ जब खनिज विभाग ने कार्रवाई नहीं की तब पटवारी और तहसीदार को मौके पर आकर कार्रवाई करना पड़ा। कोरबा जिले में रेत तस्करों की सक्रियता शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों तक फैल गई है। तस्कर बिना किसी डर के अपने अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। बांकीमोंगरा के विभिन्न पंचायतों के नदी नालों से दिन रात रेत की अवैध निकासी की जा रही है। ट्रैक्टर के माध्यम से रेत की चोरी कर तस्कर सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। कसरेंगा,छीरहुट,जमनीमूडा,बलगी ,भैरोताल, जवाली,विजयपुर के नदी नालो से रेत की चोरी अनवरत जारी है। सब जानने के बाद भी खनिज विभाग कार्रवाई को लेकर गंभीर नहीं है। लाख कोशिशों के बाद भी जब रेत के अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लगा तब पंचायत प्रतिनिधीयों ने प्रशासन से शिकायत की जिसके बाद पटवारी और तहसीलदार को मौके पर आना पड़ा और रेत चोरी के खिलाफ कार्रवाई की गई। बरसात के मौसम को देखते हुए प्रशासन ने अक्टूबर माह तक रेत के उत्खनन से लेकर परिवहन पर रोक लगा दी है बावजूद इसके रेत की चोरी होना कई सवालों को जन्म दे रहा है। ग्रामीणों की माने तो खनिज विभाग को हर माह चढ़ावा चढ़ जाता है यही वजह है,कि कार्रवाई को लेकर किसी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा। प्रशासन ने लोगों की शिकायत पर एक छोटी कार्रवाई तो कर दी है लेकिन यह कार्रवाई नियमित रुप से होती रहेगी तभी रेत तस्करों के बुलंद हौंसलों पर लगाम लग सकेगा।