कानपुर। मेरी बेटी सो रही है उसे मत जगाओ, मेरे लाल को मुझसे दूर मत ले जाओ। कलेजे के टुकड़े और आंखों के तारों की जब अर्थियां उठी तो पूरा चंद्र नगर मुहल्ला रो पड़ा। पनकी हादसे में सोमवार को कार सवार पीएसआईटी के चार छात्र-छात्राओं और चालक समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी।देर शाम सभी के शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचे तो स्वजन ने पूरी रात रो-रोकर काटी कि कब सुबह हो और उनका अंतिम संस्कार हो। मंगलवार सुबह सबसे पहले सतीश, प्रतीक और गरिमा के शव निकले। इसके बाद चालक विजय और छात्रा आयुषी के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।