कोरबा। बॉर्डर यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम- कूच बिहार में ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक यात्रा संपन्न नेहरू युवा केंद्र संगठन, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के तत्वावधान में बॉर्डर यूथ एक्सचेंज कार्यक्रम का आयोजन 27 से 31 जनवरी 2025 तक कूच बिहार में किया गया। इस कार्यक्रम में देश के पांच राज्यों के युवा प्रतिनिधियों ने भाग लिया। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से नरेंद्र कुमार चंद्रा, पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक, नेहरू युवा केंद्र, ने भी इस महत्वपूर्ण आयोजन में अपनी सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई।कार्यक्रम का भव्य उद्घाटन उत्तरी कूच बिहार के विधायक सुकुमार रॉय द्वारा किया गया जिसमे विधायक द्वारा नरेंद्र कुमार चंद्रा को किट देखर सम्मान किया गया, प्रतिभागियों को बक्सा फोर्ट का ऐतिहासिक भ्रमण कराया गया, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम से गहराई से जुड़ा हुआ है। यह किला ब्रिटिश शासन के दौरान एक प्रमुख जेल के रूप में प्रयोग किया जाता था, जहाँ नेताजी सुभाष चंद्र बोस को कुछ समय के लिए बंदी बनाकर रखा गया था। इस यात्रा ने युवाओं को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संघर्षों और बलिदानों से अवगत कराया।
साथ ही साथ युवाओं को कूच बिहार के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक वैभव से परिचित कराने के लिए कूच बिहार पैलेस का भ्रमण कराया गया। यह महल अपनी भव्य वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा, प्रतिभागियों ने जिले में सतीश सातमान क्लब द्वारा किए जा रहे समाजसेवी कार्यों को भी नजदीक से देखा और समझा। भूटान यात्रा एवं चाय बागानों का अनुभव, प्रतिभागियों को भारत-भूटान सीमा से जुड़े गांवों और वहां की सामाजिक एवं सांस्कृतिक स्थिति को समझने का अवसर मिला। इसके साथ ही, युवाओं ने चाय बागानों का दौरा किया, जहाँ उन्हें चाय की खेती, उत्पादन प्रक्रिया और उसकी बारीकियों की जानकारी प्रदान की गई। शिविर के अंतिम दिन प्रतिभागियों ने कूच बिहार के मदन मोहन मंदिर के दर्शन किए। यह ऐतिहासिक मंदिर कूच बिहार के पूर्व शासकों द्वारा निर्मित कराया गया था और इसकी धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्ता अत्यंत गहरी है। इस कार्यक्रम के समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को सफल सहभागिता के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
युवाओं के लिए प्रेरणादायक अनुभव
इस बॉर्डर यूथ एक्सचेंज कार्यक्रम ने युवाओं को सीमा क्षेत्र की सामाजिक संरचना, इतिहास, कृषि और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को समझने का अवसर प्रदान किया। इस कार्यक्रम ने राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के साथ-साथ युवाओं को संस्कृति, परंपराओं और इतिहास की गहरी समझ विकसित करने में मदद की। युवाओं ने इस कार्यक्रम को एक प्रेरणादायक अनुभव बताया और भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की। नरेंद्र कुमार चंद्रा ने नेहरू युवा केन्द्र के राज्य निदेशक अतुल निगम,एवं कोरबा के जिला युवा अधिकारी शुभजीत डे का आभार व्यक्त किया।