पालमपुर, ०५ जुलाई [एजेंसी]। किसानों व बागवानों के लिए ड्रोन तकनीक मददगार साबित होगी। कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक की मदद से मौसम के सही पूर्वानुमान, सिंचाई की सुविधा, कीटनाशकों का छिड़काव व फसल के स्वास्थ्य की मानिटरिंग की जा सकती है। यह बातें कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने मंगलवार को चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विवि पालमपुर के सभागार में दो दिवसीय ड्रोन प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के बाद कही। इससे पहले उन्होंने ड्रोन प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कहा, यह तकनीक का युग है और इसे ध्यान में रखते हुए कृषि विवि के विज्ञानी अनुसंधान कार्यों पर जोर दें। अनुसंधान एवं शोध को प्रयोगशाला से खेत तक पहुंचाने के लिए सार्थक कदम उठाने चाहिए। बकौल चंद्र कुमार, ड्रोन प्रदर्शनी कारगर सिद्ध होगी। शाहपुर आइटीआई में ड्रोन प्रशिक्षण शुरू किया है और आने वाले समय में प्रदेश के 11 अन्य आईटीआई में ड्रोन मैकेनिक कोर्स आरंभ की व्यवस्था की जाएगी। इस मौके पर मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल ने कहा कि प्रदेश में ड्रोन तकनीक लाभदायक सिद्ध होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार गोकुल बुटेल ने सभी विभागों को ड्रोन तकनीक का प्रयोग करने का सुझाव दिया। सचिव डिजिटल टेक्नोलाजी एंड गवर्नेंस डा. अभिषेक जैन ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और ड्रोन कान्क्लेव की जानकारी दी।इस मौके पर भारत सरकार में संयुक्त सचिव नंदिता गुप्ता, निदेशक उद्यान संदीप कदम, कुलपति डा. एचके चौधरी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी, सहायक सचिव फिक्की सुमित गुप्ता, निदेशक आईआईटी रोपड़ डा. राजीव आहूजा, निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी मुकेश रिप्सवाल समेत अन्य मौजूद रहे।स्काई एयर ने प्रदर्शनी के दौरान ड्रोन का प्रदर्शन किया। दिखाया कि कैसे स्काई एयर के ड्रोन ने प्रदेश में लाजिस्टिक्स सेक्टर को बदल दिया है। पहले दिन ड्रोन डिलीवरी पर एक पैनल चर्चा हुई। इस दौरान स्काई एयर के फाउंडर श्रीकांत सारदा ने ड्रोन्स फार डिलीवरिंग मेडिकल सप्लाई और लाजिस्टिक्स थीम पर जानकारी दी। बताया गया कि दूरदराज के इलाकों में मेडिकल सप्लाई पहुंचाने में ड्रोन एक गेम चेंजर के रूप में उभरे हैं। श्रीकांत सारदा ने कहा कि ड्रोन्स ने मेडिकल सप्लाई और लाजिस्टिक्स की डिलीवरी में व्यापक क्रांति ला दी है। —————