कोरिया। जिले में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने की नाकाम कोशिश जिले के पुलिस प्रशासन के द्वारा की जाती रही है वैसे भी कालरी क्षेत्र अति संवेदनशील क्षेत्रों में से आते हैं जहां चोरी करना आम बात है चाहे वह एसईसीएल के कबाड हो या फिर कोयला चोर पुलिस के द्वारा प्रयास जरूर किया जाता है लेकिन अंकुश लगाने पर नाकाम है तो वही क्षेत्र में आम आदमी इन चोरों से कैसे बच सकता है मौका देखते ही कॉलोनी की दीवार काटकर कर बड़े आसानी से चोरी कर लेते हैं पुलिस इन चोरों के आगे नतमस्तक है पिछले कई महीनों से नगर के विभिन्न क्षेत्रों में चोरों द्वारा लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है । वहीं इसके उलट पुलिस चोरी की घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हो रही है। लगातार बढ़ते चोरी की घटनाओं से कॉलरी क्षेत्र के लोग भयभीत हैं।वहीं इन चोरों को पुलिस पकडऩे में असफल है।
जिला कोरिया के पांडवपारा कॉलरी क्षेत्र के कॉलोनियों में लगातार सेंधमारी कर चोरी के घटना को अंजाम दिया जा रहा है। बीते शनिवार के रात को कॉलरी कर्मी देवचंद के निवास पर सेंधमारी कर आलमारी में रखे नगदी 70 हजार रुपए सहित सोने की मंगलसूत्र,पायल,बाली, पायल,लॉकेट,बच्चों का कड़ा चोरी कर ले गए।इस सेंधमारी से चोरों ने लाखों रुपये का चपत कालरीकर्मी को दिया है।घटना के बाद से कॉलरी कर्मियों में भी दहशत का माहौल है।बताया जाता है कि चोर मकान के पीछे पक्की दीवार में सेंधमारी कर पीछे के दरवाजे को खोले और घर के अंदर पहुंच आलमारी खोलकर रखे नगदी राशि सहित जेवरात ले उड़े।चोरी की वारदात के समय परिजन सोते ही रहे और उन्हें घटना की भनक तक नहीं लगी। जब सुबह उठी तो देखी की मकान के पीछे तरफ खिडक़ी के नीचे सेंध लगाकर दरवाजा खोला और घर के अंदर पहुंच लगभग दो लाख की चोरी कर ली है। आलमारी के कपड़े बाहर कमरे में ही अस्त व्यस्त फेंका हुआ।सुबह चोरी की जानकारी होने पर पुलिस को सूचना दी। चोरी के पूरे मामले में एडिशनल एसपी कविता ठाकुर सहित पुलिस की पूरी टीम मौके पर पहुंचकर फॉरेंसिक टीम डॉग स्क्वायड की मदद से चोरी की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है।
पांडवपारा सहक्षेत्र झिलमिली खदान में मैनेजर के पद पर कार्यरत संदीप यादव को बीटाइप ऑफिसर कॉलोनी में उनके निवास पर बीते जुलाई माह में घर के पीछे पक्की दीवार में सेंधमारी कर चोरों ने आलमारी खोलकर कीमती आभूषण सहित लगभग 10 लाख की चोरी की थी।जिसके चोर आज तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। हालाकि कई संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया लेकिन चोरी का कोई सुराग नहीं मिल सका। ऐसे में कोयलांचल में लगातार चोरी की घटना पुलिस के लिए सिर दर्द बनी हुई है।