जांजगीर। नैला पुलिस ने सरखों में एक गांजा तस्कर से गांजा जब्त की और शराब तस्करी के आरोप में केस बनाकर जेल दाखिल कर दिया। पीडि़त के परिजन, ने मामले की शिकायत एसपी से करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। परिजनों का कहना है कि जब नैला पुलिस ने गांजा पकड़ी तो गांजा का ही केस बनाना चाहिए। शराब तस्करी का केस क्यों बनाया गया। ऐसे में आरोपी को ज्यादा दिन तक जेल में रहना होगा। जबकि आरोपी से मात्र दो पुडिय़ा गांजा बरामद की गई है। आपको बता दें कि नैला पुलिस की टीम ने मुखबिर की सूचना पर 3 ‘अप्रैल को सरखों निवासी दुखूराम धीवर के घर में गांजा पकडऩे गई। दुखूराम से पुलिस ने दो पुडिय़ा गांजा जब्त की। परिजन उसे छोडऩे के लिए गिड़गिड़ाते रहे। तब नैला पुलिस ने दुखुराम के परिजनों से कहा 50 हजार रुपए दोगे तो तभी छोड़ेंगे। तब दुखुराम की पत्नी गंगा बाई धीवर ने कहा कि हम लोग गरीब आदमी है इतने पैसे कहां से दे पाएंगे। तब पुलिस टाल मटोल करती रही और 10 लीटर शराब जब्ती के केस में झूठा आरोप लगाकर उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 342 के तहत न्यायिक रिमांड में भेज दिया। परिजनों का कहना है कि दुखूराम बीपी, शुगर सहित कई रोगों के पीडि़त है। इस संबंध में नैला चौकी प्रभारी भागवत डहरिया का कहना है कि अभी मैं मीटिंग में हूं। बाद में बात करूंगा। इधर पीडि़त के परिजन ने स्वीकार की है कि दुखू राम गांजा बिक्री करता है और पीता भी है। उसके कब्जे से पुलिस ने दो पुडिय़ा गांजा जब्त की हैं। पीडि़त की पत्नी गंगा बाई धीवर का कहना है कि दो पुडिय़ा गांजा के केस में उसे आसानी से जमानत मिल सकती थी, के केस में बड़े दिनों तक जेल में उन्हें रहना होगा। गंगा बाई ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करने मांग एसपी से की है।