
शहर और गांव के बीच की सडक़ अधूरी, लोग है नाराज
कोरबा। पिछले कई वर्षों से विकासखण्ड कोरबा के कुछ गावों को शहर से जोडऩे वाली कच्ची सडक़ पक्की नहीं हो सकी है। लगातार इसे लेकर बाते उठती रही है। आश्वासन जरूर मिले लेकिन काम कुछ नहीं हुआ। विधानसभा चुनाव के करीब होने के साथ यह मसला लोगों के दिमाग में है और अब वे इसे लेकर नेताओं को घेरना चाह रहे है।
नगर पालिक निगम कोरबा और ग्राम पंचायत नकटीखार के क्षेत्र से यह मामला जुड़ा हुआ है। लंबे समय से इन दोनों क्षेत्रों को पक्की सडक़ से जोडऩे की मांग ग्र्रामीण लोग करते रहे है लेकिन तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए किसी भी स्तर पर काम को नहीं किया जा रहा है। हद तो तब है जबकि पंचायत क्षेत्र के इसी रास्ते पर दो वर्ष पहले किसानों की सुविधा के लिए धान उपार्जन केंद्र की व्यवस्था कर दी गई है और पूर्व के वर्षों में होने वाली समस्याओं को आसान किया गया है। मुसीबत यह है कि नगर पालिक निगम कोरबा के द्वारा वार्ड क्रमांक 31 खरमोरा दादर के सीमा क्षेत्र तक की सडक़ को पक्का कर दिया गया है जो कुछ वर्ष पहले तक कच्ची थी। इसके आगे का 3 किलोमीटर का रास्ता नकटीखार पंचायत को जाता है जो रिंग रोड से पूरे क्षेत्र को जोड़ता है। संबंधित सडक़ का दायरा ग्रामीण इलाके से होने के कारण सडक़ को बेहतर करने के लिए न तो कार्ययोजना बनाई जा रही है न तो क्रियान्वयन करने के साथ इस रास्ते पर आवाजाही करने वाले लोगों को राहत दी जा रही है।
किसानों और ग्रामीणों में पिछले चुनाव में बहिष्कार की घोषणा की गई थी जिस पर उन्हें किसी तरह उन्हें मना लिया गया था। हैरानी की बात यह है कि 5 साल बीतने जा रहा है तब भी छोटा सा प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सका। लोगों ने कहा है कि उपेक्षा का लंबा दौर हो गया है इसलिए उन्हें अगले चुनाव को लेकर निश्चित रूप से कुछ तो सोचना ही होगा।





























