कोरबा। बारिश का मौसम आने के साथ यहां-वहां पुटू की तस्वीरें सामने आ रही है। लोग जीभ का स्वाद बदलने के लिए इसका उपयोग करने को लेकर लालायित हैं। ठीक तरह से पहचान न होने के कारण गलत चीज का इस्तेमाल करने से फूड पॉयजनिंग जैसी घटनाएं हो रही है और लोगों को अस्पताल के चक्कर लगानी पड़ रही है। मेडिकल कॉलेज हास्पिटल के असिस्टेंड प्रोफेसर ने बताया कि यहां-वहां होने वाले पुटू का उपयोग करने के दौरान लोगों को हड़बड़ी से बचने के साथ समझदारी दिखाना चाहिए। उन्हें समझना होगा कि जंगल में मिलने वाला मशरूम कई कारणों से खतरनाक हो सकता है और यह लोगों के स्वास्थ्य पर बेहद बुरा असर डाल सकता है। डॉ. ने समझाया कि जंगली क्षेत्रों में कई जगह ऐसी होती है जहां पर मशरूम उत्पन्न होता है और वहां नीचे के हिस्से में जहरीले जंतुओं के बिल होते हैं। ऐेसे में उनकी उपस्थिति और गतिविधियों के कारण मौके पर उत्पन्न होने वाली चीज इसके प्रतिकूल असर से प्रभावित होती है। ऐसे में स्वाभाविक है कि जो व्यक्ति इसका इस्तेमाल करेगा वह खतरे की स्थिति में आएगा।