कोरबा। वनमंडल कोरबा का बालको परिक्षेत्र वन संपदाओं के अलावा वन्य जीवों से परिपूर्ण है। यहां के जंगल से भटक कर कई बार वन्य प्राणी कालोनी की ओर आ जाते हैं। जिसकी सुरक्षा वन विभाग के लिए चुनौती भरा होता है। ऐसा ही मामला आज सुबह यहां देखने को मिला। जब जंगल से भटककर एक कोटरी बालको कालोनी में आ गया, जिसे देख शिकार करने के लिए आवारा कुत्ते दौड़ाने लगे। जब इसकी जानकारी बालको वन परिक्षेत्र अधिकारी जयंत सरकार व उसके स्टाफ को लगी तो उन्होंने फौरन मौके पर पहुंचकर कुत्तों के चंगुल से छुड़ाया और उसे रेस्क्यू कर वापस जंगल में छोड़ दिया। जानकारी के अनुसार आज सुबह 10 बजे के लगभग लोगों ने एक वन्य जीव कोटरी को बालको कालोनी के सेक्टर-4 स्थित ग्राउंड के पास देखा। उसे आवारा कुत्ते दौड़ा रहे थे। इसकी तुरंत सूचना लोगों ने बालको रेंजर जयंत सरकार को दी। जिस पर रेंजर अपने स्टाफ के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे और पहले कोटरी को आवारा कुत्तों के चंगुल से छुड़ाया फिर रेस्क्यू कर इसे जंगल में स्वछंद विचरण के लिए सुरक्षित छोड़ दिया। वन विभाग की सक्रियता से वन्य जीव की रक्षा हुई। कोटरी के रेस्क्यू ऑपरेशन में रेंजर के अलावा परिक्षेत्र सहायक कांति कंवर, परिसर रक्षक चेतन धु्रव व दो अन्य कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा एक वन्य जीव प्रेमी नागरिक ने सहयोग किया जिन्होंने समय पर वन विभाग को सूचना दी।