लखनऊ, २५ सितम्बर ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विभिन्न विभागों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने आगामी दिनों में शारदीय नवरात्रि, दशहरा तथा दीपावली आदि त्योहारों के दृष्टिगत प्रदेश की सडक़ों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए जारी विशेष अभियान 10 अक्टूबर तक सम्पन्न करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व और त्योहारों पर प्रदेश में आवागमन सामान्य की अपेक्षा अधिक होता है। बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी आते हैं। हर एक आदमी के लिए सडक़ पर चलना सुखद अनुभव वाला हो, यह हम सभी की साझा जिम्मेदारी है। सडक़ों की मरम्मत का काम अच्छी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए। उन्होंने मंडी परिषद को निर्देश देते हुए कहा कि किसान सडक़ों का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। किसानों की सुविधा का खास ध्यान रखा जाए। एफडीआर पद्धति से सडक़ें बनाई जाएं। इस पद्धति के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों, धन व समय की बचत होती है तथा कार्य की गुणवत्ता में सुधार होता है। मंडी समिति के अंतर्गत आने वाली सभी सडक़ों की मरम्मत एवं ड्रेनेज का कार्य निर्धारित समय में पूर्ण किया जाए। क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जाए। वहीं, एनएचएआई के अधिकारियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक हाईवे का निर्माण कार्य पूर्ण न हो जाए तब तक टोल टैक्स की वसूली नहीं की जाए। गड्ढा मुक्ति अभियान के लिए विभागीय कार्ययोजना से अवगत होते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सडक़ों के लिए बजट का कोई अभाव नहीं है, आवश्यकता है कि सभी विभाग बेहतर नियोजन करें। उन्होंने सभी विभागों को यह निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सडक़ बनाने वाली एजेंसी या ठेकेदार सडक़ बनने के अगले पांच वर्ष तक उसके अनुरक्षण की जिम्मेदारी भी उठाएगा। इस बारे में नियम-शर्तें स्पष्ट रूप से उल्लिखित की जाएं। विभागीय मंत्री व अधिकारी फील्ड में रैंडम दौरा कर निर्माण परियोजनाओं की साप्ताहिक समीक्षा करें। कार्यों के प्रति जवाबदेही भी तय की जाए। सभी विभागों के पास सडक़ मरम्मत के लिए पर्याप्त उपकरण होने चाहिए और सडक़ों के पैच ठीक करने की कार्रवाई ऑटो मोड पर की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सडक़ों पर किए जाने वाले बेतरतीब कार्यों से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। सडक़ों पर सीवर लाइन तथा पाइपलाइन आदि डालने के बाद ठीक ढंग से मरम्मत की जानी चाहिए। सडक़ों पर ऊंचे ब्रेकर से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। इसलिए सडक़ों पर टेबल टॉप ब्रेकर का निर्माण किया जाए।
00