नईदिल्ली, १७ जुलाई [एजेंसी]।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। रविवार देर रात 11 बजे जलस्तर 205.50 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान (205.33 मीटर) से 0.17 मीटर ऊपर है। केंद्रीय जल आयोग का कहना है कि सोमवार की रात में नदी का जलस्तर खतरे के निशान से कम हो जाएगा। बता दें कि यमुना का चेतावनी स्तर 204.50 मीटर है।जलस्तर कम होने और सडक़ों से पानी निकलने के बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों में साफ-सफाई और राष्ट्रीय राजधानी को संवारने की कवायद तेज हो गई है। पांच दिन बाद ओल्ड रेलवे ब्रिज से रविवार सुबह 11 बजे ट्रेनों का परिचालन दोबारा शुरू कर दिया गया। एहतियात के तौर पर ओल्ड रेलवे ब्रिज पर अभी ट्रेनों की गति 20 किलोमीटर प्रति घंटे तय की गई है। सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, शनिवार रात दस बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज के पास यमुना का जलस्तर 206.60 मीटर था। रविवार रात आठ बजे यह घटकर 205.56 मीटर पहुंच गया। देर रात जलस्तर खतरे के निशान के नीचे और सुबह छह से आठ बजे के बीच जलस्तर 205.22 मीटर पहुंचने की संभावना है।इस बीच हथिनीकुंड बैराज से पिछले दिन के मुकाबले अधिक पानी छोड़ा गया। सुबह में हथिनीकुंड बैराज से 40 हजार क्यूसेक से कम पानी छोड़ा जा रहा था, लेकिन सुबह दस से शाम पांच बजे के बीच हर घंटे 60 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। दोपहर एक बजे सबसे अधिक 68,247 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। अब लोक निर्माण (पीडब्ल्यूडी) विभाग के सामने सडक़ों से गाद उठाने की चुनौती है। रविवार को अवकाश होने के बाद भी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सडक़ों पर थे और गाद हटाने के काम में लगे रहे। रिंग रोड, भैरों मार्ग सहित अन्य सडक़ों से गाद हटाने के लिए 40 टीमें और तीन जेसीबी लगाई गई हैं।आईटीओ इलाके में विकास मार्ग और रिंग रोड से अभी भी पानी नहीं उतरा है। इसे निकालने के लिए 48 पंप भी चल रहे हैं। सोमवार यहां से पानी निकलने की उम्मीद है। तैमूर नगर नाले पर पोकलेन मशीन तैनात की है और यहां से 300 मीट्रिक टन से ज्यादा गाद उठाई गई। तमाम सडक़ों को फिर से चालू करने के लिए पीडब्ल्यूडी की टीमों के साथ एमसीडी की भी कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। वहीं, सोमवार से यातायात व्यवस्था सुचारु रखने के लिए यातायात पुलिस के 4000 जवान सडक़ों पर तैनात रहेंगे।दस जुलाई को शाम पांच बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार 205.76 मीटर और 12 जुलाई की रात 10 बजे यमुना का जलस्तर 208.05 मीटर पहुंच गया था। इस वजह से यमुना के आसपास के निचले इलाकों के अलावा कश्मीरी गेट, सिविल लाइन, भैरों मार्ग सहित कई इलाकों में पानी घूस गया था।बाद में इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास रेगुलेटर टूटने से नाले का पानी ओवर फ्लो होने से आइटीओ तक जलभराव हो गया था। 13 जुलाई को शाम छह बजे यमुना का जल स्तर 208.66 मीटर पहुंच गया था जो अब तक का सर्वाधिक है।