जांजगीर चांपा। जिला जेल में दो-दो जेलर की नियुक्ति कर दी गई है। पहले वाले सीनियर जेलर का स्वास्थ्य खराब होने से छुट्टी पर गए तो दूसरे जेलर की नियुक्ति कर दी गई। इसके बाद दोनों जेलर जिला जेल में काम कर रहे हैं। लेकिन यहां डीडी पॉवर नए जेलर के पास होने से पूर्व जेलर अपनी प्रतिष्ठा पाने के लिए कलेक्टोरेट का चक्कर काट रहे हैं। यहां तक कि उन्हें दस्तखत के लिए एक फाइल भी नहीं दी जा रही है। जिसके चलते वे अच्छे खासे परेशान नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि जिला जेल में अव्यवस्थाएं किसी से छिपी नहीं है। लगातार विवाद और बंदियों की संदिग्ध मौतों के चलते जिला जेल विवादों के दौर से गुजर रहा है। बीते दिवस एक बंदी की संदिग्ध मौत के समय जिला जेल अधीक्षक जेएल मेश्राम पदस्थ थे। लेकिन वे इस दौरान स्वास्थ्यगत कारणों से छुट्टी पर थे। इस दौरान जेल की कमान सम्हालने के लिए डीजी जेल ने पूर्व जेलर डीडी टोंडर को जिला जेल में पदस्थ कर दिया था। ताकि जेल की स्थिति सुधर सके। इसी बीच जेएल मेश्राम छुट्टी से लौट आए। लेकिन प्रभारी जेलर डीडी टोंडर को वापस नहीं बुलाया। ऐसे में दो-दो जेलरों की यहां पदस्थापना हो गई। ऐसे में दोनों जेलर के बीच विवाद की स्थिति बन रही है। वर्तमान में डीडी पावर टोंडर के पास है। वहीं सीनियर जेलर को जेल में कुर्सी भी नसीब नहीं हो रही है। जिसके चलते वे कलेक्टोरेट का चक्कर काटने मजबूर हैं। शुक्रवार को सीनियर जेलर मेश्राम फिर कलेक्टर से मिलने आए थे और विवाद सुलझाने की गुजारिश कर रहे थे लेकिन उनका विवाद सुलझाने का आश्वासन कलेक्टर ने दिया तब वे लौटे।