
बाहरी दिल्ली, 0३ फरवरी ।
झारखंड पुलिस ने दिल्ली पुलिस व कई एनजीओ के सहयोग से नौकरी के बहाने युवती को देह व्यापार में धकेलने वाले ईश्वर तुरी नाम के तस्कर को बुराड़ी से शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। बचाव दल ने झारखंड के साहिबगंज जिले की चार तस्करी की गई युवतियों को भी बुराड़ी इलाके से आरोपित के कब्जे से बचाया। मेडिकल जांच के दौरान एक युवती गर्भवती पाई गई। जांच में पता चला कि आरोपित अपने सहयोगियों की मदद से साहिबगंज से लड़कियों की तस्करी करता है और उन्हें दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में घरेलू सहायिका के रूप में काम पर रखता है। आरोपित ईश्वर तुरी कई महीनों से फरार था। इस रेस्क्यू में मिशन मुक्ति फाउंडेशन निदेशक विरेंद्र कुमार सिंह, रेस्क्यू फाउंडेशन से अक्षय पांडेय, झारखंड भवन से निर्मला और राहुल, रेस्क्यू एंड रिलीफ फाउंडेशन से सिद्धांत घोष शामिल रहे। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के मानव तस्करी विरोधी सेल के निर्देश पर पूरी कार्रवाई हुई। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस के सहयोग से नौकरी के बहाने युवती को देहव्यापार में धकेलने वाली महिला पूनम मरांडी को पांच महीने पहले गिरफ्तार किया था। महिला को दिल्ली के शकूरपुर से गिरफ्तार किया गया था। आरोपित ईश्वर तुरी इसी मामले में वांछित है। झारखंड उच्च न्यायालय और साहिबगंज जिला न्यायालय ने ईश्वर तुरी की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किए थे।जानकारी के मुताबिक आरोपित ईश्वर तुरी को एक प्लान के तहत पकड़ा गया है।
झारखंड भवन की काउंसलर ने उसे फोन करके बताया कि वह एक घर में काम करती है और मकान मालिक ने उसे वेतन नहीं दिया। उसने तस्कर से मदद की गुहार लगाई। तुरी ने उसे बुराड़ी बाईपास पर बुलाया। फिर डमी ऑटो चालक बनकर विरेंद्र कुमार ने तस्कर से बात की, फिर उसने महिला को लेकर नत्थूपुरा बस स्टैंड पहुंचने को कहा। पदाधिकारी ने तुरंत डीसीपी बाहरी-उत्तरी व उत्तरी जिला को तस्कर को लेकर पूरी जानकारी दी। डीसीपी ने तुरंत टीम को स्वरूपनगर और तिमारपुर इलाके के एसीपी से जोड़ा। एसीपी ने बिना समय गंवाए तस्कर को नत्थूपुरा बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित एक वर्ष पूर्व मानव तस्करी मामले में झारखंड के गोड्डा जेल भी जा चुका है। इस आपरेशन में दोनों ही जिला के पुलिस उपायुक्त का अहम योगदान रहा। बिना समय गंवाए, उन्होंने तुरंत कार्रवाई की।