कोरबा। एक टीआई के घर गृह दोष हटाकर शांति लाने के लिए हनुमान छाप सिक्का रखकर पूजा कराया गया। पूजा संपन्न होने के बाद उल्टे टीआई के घर में अशांति फैल गई, वजह पूजा के लिए रखा गया हनुमान छाप सिक्का असली की जगह नकली हो गया। अब पुजारी पर असली सिक्क का चोरी करने का आरोप लगा है। मामला थाने पहुंच गया है।।
मामला कटघोरा नगर का है जहां सूरजपुर जिले में पदस्थ टीआई जीएस पैकरा नगर निरीक्षक का परिवार रहता है। टीआई की पत्नी ने घर में शांति के लिए पूजापाठ रखा था। दीपका क्षेत्र में रहने वाले पंडित नितेश द्विवेदी द्वारा पूजापाठ कराया गया। पूजा पाठ के दौरान घर में रखे हनुमान छाप सिक्के की शुद्धिकरण के लिए उसे पूजन सामग्री के बीच रखा गया था। सोमवार की शाम पूजा समाप्त होने के बाद पंडित नितेश द्विवेदी टीआई के घर से फुर्र हो गया। टीआई की पत्नी ने पूजन स्थल पर जाकर देखा तो हनुमान छाप सिक्का बदल गया था वहां असली के बजाय नकली सिक्का रखा हुआ था। पंडित आसपास नजर नहीं आने पर उसे बार-बार फोन किया। पुजारी फोन नहीं उठाया तो परिजन ने पतासाजी की। उसके कटघोरा से दीपका की ओर का पता चला, तब परिजन ने पीछा करते हुए उसे दीपका के पास पकड़ लिया। इस दौरान हनुमान छाप सिक्के की बात पर वहां जमकर बवाल हुआ। परिजन ने पंडित की खातिरदारी कर दी फिर उसे दीपका थाने लेकर पहुंचे। मामला कटघोरा थाना क्षेत्र का होने पर वहां से कटघोरा थाना जाने की सलाह दी गई। परिजन पंडित को लेकर कटघोरा थाने पहुंच गए हैं, जहां पुलिस मामले में जानकारी जुटा रही है।

असली सिक्का पर लगाया था नेल पॉलिश, बदला तो चल गया पता
टीआई पैकरा की पत्नी के अनुसार पंडित के गतिविधियों से उन्हें उसके ऊपर शक हो रहा था इसलिए शुद्धिकरण के लिए असली हनुमान छाप सिक्का रखने से पहले उस पर नेल पॉलिश से चिन्ह लगा दिया गया था। एकांत में पूजा पाठ करने के बहाने पंडित में परिवार के सभी लोगों को कमरे से बाहर निकाल दिया था इस दौरान उसने असली की जगह नकली सिक्का रख दिया। शाम को पूजा संपन्न होने की बात कहते हुए तेजी से पंडित के भागने और फोन नहीं उठाने पर शक हुआ तो उन्होंने शिकागो जाकर देखा जिसमें नेल पॉलिश का चिन्ह नहीं होने पर उसके नकली होने का पता चला।

मैं बेकसूर हूं, मुझ पर निराधार आरोप लगा रहे: पंडित नितेश द्विवेदी

पंडित नितेश द्विवेदी ने पत्रकारों के पूछने पर कहा कि मैं बेकसूर हूं मुझ पर निराधार आरोप लगा रहे हैं। मैं हनुमान छाप सिक्के के बारे में जानता ही नहीं हूं और जबरदस्ती मेरे साथ मारपीट किया जा रहा है।