कोरबा। एसईसीएल कुसमुंडा परियोजना में केएसएस और अधिकारियों का मध्य आईआर की वार्ता आयोजित की गई है। जिसमें दवाईयों की कमी का मुद्दा जोर शोर से उठाए जाएगा । डिस्प्रेन्सरी सहित मुख्य चिकित्सालय में जाकर कामकागों को वापस लौटना न पड़े इस संबंध में जानकारी देते हुए केएसएस के शॉजीजॉन व समार सिंह ने बताया कि वर्तमान मेेें खासी सर्दी बुखार का मौसम चल रहा है। कोयला कामगार अपनी इलाज के लिए डिस्प्रेन्सरी में जा रहे है। इलाज की सुविधा व दवाईयों की कमी का मामला कई बार सामने आ जाता है। प्रबंधन को इस मामले में और गंभीर होना होगा। कोयला कामगारों की आवासों के समस्याओं को भी सामने रखा जाएगा। अनेको आवास काफी पुराने हो चुके है। इन आवासों में मरम्मत कराए जानें की जरूरत है। कोयला कामगार अपनी समस्याओं को शिविर विभाग में जाकर आयोजन के माध्यम से सामने रखते है। छुटपुट काम तत्काल हो जाते है। लेकिन बड़े कार्यो के लिए कोयला कामगारों को इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा आवास की कमी भी यहां पर है। बाहर से स्थातरंनण होकर आए कामगारों को काफ परेशानी उठानी पड़ रही है। इस क्षेत्र में अतिरिक्त आवास बनाए जाने की जरूरत है। कोयला कामगार को जरूर हाउस रेन्ट मिलता है। हाउस रेन्ट समस्या का हल नही है। इसी तरह और भी अनेकों मुद्दों को प्रबंधन के सामने रखा जाएगा कोयला कामगार पदोन्नति के लिए चक्कर लगाते है। केएसएस के द्वारा पूर्व में इन सभी मुद्दों को उठाया गया था। अभी भी कई मामले वहां लंबित है। समस्याओं को दूर करने के लिए प्रबंधन को और तेज गति के साथ प्रयास करने की जरूरत है। कोयला कामगार उत्पादन को लेकर कड़ी मेहनत करते है। लेकिन उनकी समस्याओं को भी दूर किया जाना जरूरी है।