नईदिल्ली, १४ जुलाई [एजेंसी]। बाढ़ के हालात के बीच शुक्रवार को दिल्ली में हल्की मध्यम श्रेणी की वर्षा हो सकती है। शनिवार के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान तापमान में भी आंशिक बदलाव संभावित है। यमुना नदी का जलस्तर बढऩे की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। स्थिति यह है कि यमुना का पानी सड़कों पर आ गया है। ऐसे में पुलिस को कई सड़कों पर यातायात बंद करना पड़ा। इस वजह से गुरुवार को लगभग आधी दिल्ली जाम में फंसी रही। 10 मिनट में तय किए जाने वाले रास्ते को पार करने में वाहन चालकों को दो घंटे तक लग गए।बृहस्पतिवार को भी दिल्ली में सूरज और बादलों के बीच लुकाछिपी चलती रही। विभिन्न क्षेत्रों- साकेत, लाजपत नगर, मालवीय नगर, हौजखास, जंगपुरा, लोधी रोड व आयानगर में हल्की वर्षा दर्ज की गई। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 34.2 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 26.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हवा में नमी का स्तर 92 से 72 रहा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार को भी दिन भर बादल छाए रहेंगे।गर्जन वाले बादलों के साथ हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा होने के आसार हैं। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 व 26 डिग्री रह सकता है। शनिवार को झमाझम वर्षा होने का पूर्वानुमान है। इससे तापमान भी गिरकर क्रमश: 32 और 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है। उधर स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में अगले तीन चार दिन के दौरान एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके असर से 17 जुलाई के बाद एनसीआर सहित पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड इत्यादि उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में एक बार फिर अच्छी वर्षा होने की संभावना बन रही है।मौसम की मेहरबानी और हल्की वर्षा का दौर जारी रहने से राजधानी की हवा लगातार सातवें दिन भी साफ ही रही। बृहस्पतिवार को भी दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स सिर्फ 77 रहा। इस स्तर की हवा को संतोषजनक श्रेणी में रखा जाता है। एक दिन पहले बुधवार को भी यह 77 ही था। मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी अगले कई दिन तक वायु गुणवत्ता का स्तर इसके आसपास ही बना रहेगा।