पुणे, ०२ जुलाई [एजेंसी]। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को एक साल पूरा करने वाली एकनाथ शिंदे सरकार की जमकर आलोचना की। उन्होंने शिंदे सरकार पर महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम होने का आरोप लगाया। इस दौरान एनसीपी प्रमुख ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि देवेंद्र फडणवीस सत्ता पाने के लिए कितनी बेचैन थे, यह हमें दुनिया को दिखाना था। इसलिए हमने जो राजनीतिक गुगली डाली, उसमें वे फंस गए और अपना विकेट गंवा बैठे। वे हमारी गुगली कभी नहीं समझ पाए। शिंदे पिछले साल 30 जून को मुख्यमंत्री बने थे, जब उद्धव ठाकरे के खिलाफ एक सफल विद्रोह के बाद शिवसेना में विभाजन हो गया और महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई। इस सरकार में कांग्रेस के साथ पवार की एनसीपी भी शामिल थी। शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार की पहली वर्षगांठ के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, राज्य में कानून और व्यवस्था का एक गंभीर सवाल है। महिलाओं पर हमले, कोयता (तेज धार वाले हथियार) वाले गिरोह गंभीर मुद्दे हैं। राज्य सरकार कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही है।”विपक्ष शिंदे सरकार पर मुगल सम्राट औरंगजेब और 18वीं सदी के मैसूर शासक टीपू सुल्तान के पोस्टरों को लेकर कई जगहों पर भड़की सांप्रदायिक हिंसा के साथ-साथ महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर हमला कर रहा है, जिनमें कुछ ऐसे मामले भी शामिल हैं जिनमें आरोपियों ने पीडि़तों को मौत के घात उतारने के लिए कोयता (एक प्रकार का हथियार) का इस्तेमाल किया था। शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के पास गृह विभाग है।अपने हालिया बयान पर कि नवंबर 2019 में विधानसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस का शपथ ग्रहण भाजपा की सत्ता की लालसा को उजागर करने के लिए उनके द्वारा फेंकी गई एक गुगली थी, पवार ने कहा कि भगवा पार्टी उनकी डिलीवरी को समझने में विफल रही। वे (भाजपा/फडणवीस) मेरी गुगली को कभी नहीं समझ पाए। उन्होंने अपना विकेट खो दिया। उन्हें इसका पता नहीं चलेगा, क्योंकि केवल गेंदबाज ही गुगली की तकनीक जानता है।आगे भाजपा का मज़ाक उड़ाते हुए, पवार ने पूछा कि पार्टी दो दिन बाद शपथ-समारोह में क्यों गई (नवंबर में यह जानने के बावजूद कि एनसीपी ने भाजपा के साथ सरकार बनाने की योजना छोड़ दी थी)। एनसीपी के अजित पवार के साथ फडणवीस की सरकार सिर्फ 80 घंटे तक चली।