कोरबा। जिले में हिंसक हुए हाथी के हमले मेंं आज पांचवी मौत हो गई। बालकोवन परिक्षेत्र के बाघमाड़ा में तडक़े निदाईगोडा़ई के लिए जा रही पहाड़ी कोरवा महिला को लोनर हाथी ने कुचल कर मार डाला घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंच कर दस्तावेजी कार्रवाई में जुट गए है। मृतका के परिजनों को विभाग द्वारा तत्कालिक सहायता राशि रूपए 25 हजार उपलब्ध करा दी गई है।
जानकारी केे अनुसार लोनर हाथी द्वारा हमला किए जाने की घटना आज सुबह 4 बजे के लगभग घटित हुई जिसमें हलाई बाई 75 वर्ष नामक पहाड़ी कोरवा महिला की मौत हो गई बताया जाता है कि अपने पति से अलग गांव से 500 मीटर दूर पहाड़ पर एक कच्चा मकान बनाकर अकेले रहती थी। आज सुबह वह उठकर निदाई गोड़ाई के लिए जंगल के रास्ते खेतो में जा रही थी तभी उसका सामना अचानक पहुंचे लोनर हाथी से हो गया वृद्धा को सामने देख लोनर ने उसपर हमला करने के साथ अपने सूड से उठाकर पटक दिया और पैरों तले कुचल दिया जिससे महिला की मौत हो गई। इसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा दिए जाने पर एसडभ्ओ आशिष खेलवार व बालकों रेंजर जयंत सरकार के नेतृत्व में वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और शव का पंचनामा कराने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजवाया वहीं मृतका के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए तत्कालिक सहायता राशि उपलब्ध करा दी गई है। एसडीओ आशिष खेलवार ने बताया कि लोनर हाथी काफी हिंसक हो गया है। वह प्रतिदिन 40 से 50 किलोमीटर चल रहा है। अत: इसके कही भी जाने की संभावना है। इसे दखते हुए वन विभाग की टीम को सर्तक रहने को कहा गया है। लोनर की निगरानी के लिए टीम बनाई गई है। जो लगातार नजर रखने के साथ आसपास के गांव में मुनादी कराने के काम में जुटेे हुए है। बीती रात भी विभाग की टीम सतरेंगा, गढ़उपरोड़ा व अजगर बहार क्षेत्र में मौजूद थी। ग्रामीणों को लगातार सर्तक करने के काम में जुटी हुई थी। बावजूद इसके लोनर माखुर पानी के निकट बाघमारा पहुंच गया और घटना को अंजाम दे दिया। इस घटना के बाद ग्रामीणों में भय का वातावरण है। लोनर ने इस घटना से पहले क्षेत्र में दो मवेशियों को भी मार डाला है। हाथी के द्वारा हिसंक रूप धारण कर लेने से वन विभाग की चिंता बढ़ गई है। अब उसके सामने यह चुनौती भी है। कि लोनर अब और इस तरह की घटना को अंजाम न देने पाए इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है। लोनर द्वारा किए गए हमले में मानव के मौत का यह पांचवा मामला है। इससे पहले रलिया, खैरभावना व पाली -चैतमा क्षेत्र में 4 लोगों की जान इस लोनर हाथी लेचुकी है। जिसमें तीन महिला शामिल है। जिन्हें एक ही दिन में मार डाला था। जबकि दो दिन पूर्व चैतमा रेंज में एक वृद्ध की जान ले ली थी। आज हमले में चौथी महिला की मौत हो गई है। ज्ञात रहें लोनर हाथी डेढ़ माह पूर्व धरमजयंगढ़ क्षेत्र से जिले में आया था। दो दिनों तक कुदमुरा जंगल में विचरण करने के बाद करतला के लबेद पहुंच गया था। जहां 20-25 दिनों तक डेरा डालने के बाद जांजगीर चांपा जिले के छाता जंगल पहुंच गया । वहां तकरीबन 15 दिनों तक छिपने के बाद जंगल से निकला और बलौदा सीपत होते हुए बिलासपुर जिले के सोठी गांव पहुंचने के बाद जंगल के रास्ते पाली वन क्षेत्र में दाखिल हुआ और चौतमा , एतमा नगर होते हुए शुक्रवार को सुबह बालको वन परिक्षेत्र स्थित कछार पहाड़ के जंगल में पहुंचा और दिन भर जंगल में रहने के बाद बीति रात 12 बजे के लगभग माखुर पानी व बाघमाड़ा क्षेत्र पहुंच गया । वर्तमान में लोनर इसी क्षेत्र में विचरण कर रहा है।