अंबिकापुर, २० जून ।
सरगुजा और रायगढ़ जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में जमे हाथियों के दल ने रात मैनपाट वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत उड़मकेला के आश्रित गांव मोहनाडीहारी को तबाह कर दिया। पहाड़ी कोरवाओं की इस बस्ती में रात 10 बजे घुसे हाथियों ने एक-एक कर लगभग 10 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। सुबह पांच बजे तक हाथी बस्ती में ही विचरण करते रहे। सारी रात आबादी क्षेत्र में विचरण करने के बाद भोर में हाथी नजदीक के जंगल में चले गए। सुबह जब प्रभावित परिवारों के लोग वापस अपने-अपने घरों में पहुंचे तो कुछ भी नहीं बचा था।घर में रखे अनाज खाने के साथ हाथियों ने घरेलू उपयोग के सारे सामान भी नष्ट कर दिए थे। प्रभावित परिवारों के समक्ष अब आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि शाम से ही हाथी आबादी क्षेत्र के आसपास विचरण कर रहे थे। रात लगभग 10 बजे जब हाथी बस्ती की ओर आने लगे तो लोगों ने घर खाली कर दिया। रात में प्रभावित परिवारों के लिए शासकीय छात्रावास में व्यवस्था की गई थी। वन विभाग के कर्मचारी हाथियों की निगरानी में लगे हुए थे। बताते चलें कि जंगल में चारा- पानी की उपलब्धता नहीं होने के कारण ही हाथियों का प्रवेश लगातार आबादी क्षेत्र में हो रहा है। प्रभावित परिवार के सदस्य क्षतिग्रस्त मकानों के आसपास प्रशासनिक मदद की आस लिए पड़े हुए हैं. हाथियों का दल अभी भी नजदीक के जंगल में ही है. वन कर्मचारियों द्वारा क्षति का आकलन किया जा रहा है। अतिशीघ्र मुआवजा दिए जाने का आश्वासन प्रभावित परिवारों को दिया जा रहा है।