वाराणसी, ०८ जुलाई [एजेंसी]। धूपचंडी के रहने वाले मनीष कुमार सपने में भी नहीं सोचे थे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों उन्हें पीएम स्वनिधि योजना के तहत डिजिटल लेन-देन करने पर प्रशस्ति पत्र मिलेगा। प्रशस्ति पत्र देने के दौरान प्रधानमंत्री ने पूछा कि आप चाय की दुकान पर डिजिटल लेन-देन करते हैं। गूगल पे या फोन पे, इससे आपको क्या फायदा हुआ। आपकी दुकान ठीक चलती है। मनीष कुमार उसी विश्वास के साथ जवाब दिया कि दुकान ठीक चलती है। डिजिटल लेन-देन में आसानी होती है। हिसाब भी सही रहता है। पीएम ने फिर पूछा कि आप डिजिटल को लेकर दूसरों को प्रेरित करेंगे। मनीष बिना सोचे जवाब दिया जी।चितरंजन पार्क के पास प्रसाद की दुकान करने वाली मुन्नी देवी को पीएम स्वनिधि से 50 हजार रुपये मिलने से उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है। प्रधानमंत्री अपने हाथों से मुन्नी देवी को 50 हजार रुपये का चेक देते हुए पूछा आप इतने रुपये का क्या करेंगी। आपने पहले लोन लिया था। मुन्नी देवी ने जवाब दिया जी। कोरोना से पहले 10 हजार रुपये लोन लिया था लेकिन फायदा नहीं हुआ। कोरोना खत्म होने पर 20 हजार रुपये लोन दिया और दुकान में जरूरी सामान रखना शुरू कर दिया। 50 हजार रुपये मिलने के साथ प्रसाद के और सामान रखूंगी। पीएम ने कहा, अब तो यात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ गई है, इससे रोजगार भी बढ़ा होगा। मुन्नी देवी ने कहा जी।बड़ागांव विकास खंड के कोदई गांव निवासी उर्मिला देवी पीएम के हाथ से आवास की चाबी पाकर काफी खुश हैं। कहा कि सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं प्रधानमंत्री से सीधे मिलकर बात कर सकूंगी, चाबी पाना तो दूर की बात है। यह सब आज एक स्वप्न जैसा लग रहा है, पर यह हकीकत है। पहले हम अपने श्रमिक पति और तीन बच्चों के साथ एक झोपड़ी में रात गुजारती थी। बारिश के दिनों में सबसे ज्यादा परेशानी होती है। अंदर पानी भर जाता था जिससे जहरीले जीव-जंतु निकलने लगते थे। पूरी रात बच्चों को गोंद में लेकर सोती थी। प्रधानमंत्री हमेशा गरीबों के बारे में सोचते हैं। योजनाओं का लाभ हम गरीबों को मिल रहा है।हरहुआ ब्लाक के औरा गांव निवासी दिव्यांग शिवजतन यादव दिव्यांग हैं और पत्नी मनरेगा में मजदूरी करती हैं। करीब छह माह पूर्व मिट्टी के घर में रहता था। बारिश के दिनों में पानी टपकता था और अंदर सभी भीग जाते थे। पूरी रात बैठकर बिताते थे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मिलने से पूरे परिवार के लोग खुश है। प्रधानमंत्री की जितनी भी तारिफ की जाए कम होगी।पिंडरा ब्लाक के ओदार की रहने वाली पूनम सिंह प्रधानमंत्री से मिलकर सीधा संवाद किया। आवास मिलने से वह काफी खुश है। कहा कि पति का देहांत 20 वर्ष पहले हो गया था। उस दौरान मेरे बेटे की उम्र छह माह थी। जीवन यापन करना बढ़ा मुश्किल है। सरकार की ओर से संचालित योजना शौचालय, लालकार्ड, श्रमिक कार्ड, विधवा व किसान पेंशन, उज्ज्वला योजना, बिजली, पेयजल, रास्ता आदि है। इन योजनाओं का लाभ मिलने से जीवन आसान हो गया। यही नहीं, मैं ट्यूशन भी पढ़ाती हूं। पक्का आवास मिलने से जीवन आसान हो गया है। इसके लिए सरकार की जितनी भी तारिफ किया जाए कम है।गोरखपुर के पुराग कुमार गुप्ता, मथुरा के बंटी वर्मा, भदोही की उषा देवी, मीरजापुर की मुन्नी देवी, लखनऊ के विकास, प्रयागराज के पंकज कुमार, जौनपुर की प्रभावती देवी, चंदौली की अर्चना। आयुष्मान कार्ड वाराणसी की सुमन देवी, जौनपुर के मोनू सरोज, भदोही के मंतोश।