नईदिल्ली, 0६ अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये अमृत भारत स्टेशन योजना को लॉन्च किया। उन्होंने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम ने कहा कि भारत विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा है। वह अपने अमृतकाल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा है, नई प्रेरणा है, नए संकल्प हैं। इसी आलोक में आज भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि आज पूरी दुनिया की दृष्टि भारत पर है। वैश्विक स्तर पर भारत की साख बढ़ी है। देश को लेकर दुनिया का रवैया बदला है। अब ट्रेन से लेकर स्टेशन तक एक बेहतर अनुभव देने का प्रयास है। एक साथ देशभर के 508 स्टेशनों के नवीनीकरण वाली इस योजना के लिए स्टेशनों पर कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसमें इलाके के केंद्रीय मंत्री, सांसद और विधायक मौजूद रहेंगे। रेलवे अधिकारी केंद्र सरकार के नए भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्धता को दोहराएंगे। इन स्टेशनों पर इस भव्य कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा। जिस तरह से लोग प्रधानमंत्री के मन की बात सुनते हैं, इसी तरह से स्टेशन पर बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगाकर रेलवे की पूरी योजना से लोग अवगत होंगे। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी के अनुसार, विश्व के सबसे बड़े और व्यस्ततम रेलवे नेटवर्क्स में से एक है, जो देश के हजारों शहरों और नगरों को परस्पर जोड़ते हुए लाखों लोगों को यातायात का एक महत्वपूर्ण साधन उपलब्ध कराता है। पिछले नौ वर्षों से भारतीय रेल के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया चल रही है। इसके अंतर्गत आधारभूत ढांचे, तकनीक और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों की पुनर्सज्जा, नई रेलवे लाइनें बिछाने, शत-प्रतिशत विद्युतीकरण और यात्रियों एवं परिसंपत्तियों की संरक्षा को बढ़ाने जैसी व्यापक गतिविधियां शामिल हैं। प्रधानमंत्री जिन 508 स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों के शुभारंभ के साथ पूरे भारत में ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ का उद्घाटन करेंगे, इनमें से 71 रेलवे स्टेशन उत्तर रेलवे जोन में हैं। इसे देखते हुए रेलवे ने दिल्ली कैंट, दिल्ली सब्जी मंडी और नरेला में कार्यक्रम का आयोजन करेगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में बताया कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ होगी और इससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान होंगी। प्रधानमंत्री जिन रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे, उनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 55-55, बिहार के 49, महाराष्ट्र के 44, पश्चिम बंगाल के 37, मध्य प्रदेश के 34, असम के 32, ओडिशा के 25, पंजाब के 22, गुजरात और तेलंगाना के 21-21, झारखंड के 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के 18-18, हरियाणा के 15 और कर्नाटक के 13 स्टेशन शामिल हैं। पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते हैं और रेलवे लोगों के परिवहन का पसंदीदा साधन है। उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व को प्राथमिकता दी है। इस दृष्टिकोण से 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ शुरू की गई।