पटना, १४ जुलाई [एजेंसी]। राजधानी पटना का डाकबंगला चौराहा गरुवार को करीब 100 मिनट के लिए थम सा गया। भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, पुलिस की चेतावनी, पानी के फव्वारे और पुलिस लाठीचार्ज के बाद भगदड़ का गवाह बना रहा है। गांधी मैदान की ओर से भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को बैरिकेडिंग कर दंडाधिकारी के साथ भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। मात्र दो ही मिनट में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच बैरिकेडिंग पर जोर आजमाइश शुरू हो गई। बैरिकेडिंग को हटाकर आगे जैसे ही आगे बढ़े कि पुलिस की चौतरफा कार्रवाई शुरू हो गई।बैरिकेडिंग लांघकर आगे बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठी चटकाने लगी, तो वाटर कैनन से पानी की बौछार शुरू कर दी। आयकर गोलंबर की ओर नहीं बढऩे के लिए आसू गैस के गोले दागे गए। कुछ कार्यकर्ता होटल गली में पुलिस से घिर गए। पुलिस ने दौड़ाकर लाठियां चलाईं।खबर आई कि भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रिवाल, पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार, युवा मोर्चा महानगर के पूर्व अध्यक्ष अध्यक्ष अभिषेक बंटी, रविंद्र रंजन सहित दर्जनों कार्यकर्ता व मीडियाकर्मी पुलिस की लाठियों से घायल हो गए हैं। लोग आसपास के माल, दुकानों और गलियों में भागते दिखे। रेडियो स्टेशन मोड़ तक खदेड़ कर लाठी बरसाई जा रही थी।प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा मौके पर पानी की बौछार के बीच डटे थे। लाठीचार्ज के दौरान भाजपा कार्यकर्ता पुलिस जवानों पर मिर्ची पाउडर फेंककर बचाव करने का प्रयास किए। दोबारा डाकबंगला रोड की तरफ भी भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे तो फिर पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता बैरिकेडिंग के पहले धरने पर बैठ गए। खुली गाड़ी पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, सांसद सुशील कुमार मोदी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. शहनवाज हुसैन, सांसद रामकृपाल यादव, पूर्व मंत्री मंगल पांडेय पहुंचे। पुलिस सभी को हिरासत में लेकर बस से ले गई। दोपहर 2.40 बजे डाकबंगला पर स्थिति सामान्य हुई।