हितग्राही गोपेन्द्र ने वार्ड पार्षद को लिया निशाने पर
कोरबा। नगर पालिका क्षेत्र कटघोरा में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अंतर्गत सरकार के द्वारा स्वीकृत किया गया एक आवास अड़ंगेबाजी के कारण अटक गया है। वर्ष 2023 में यह मामला मंजूर हुआ था और हितग्राही गोपेन्द्र पांडेय को पहली किश्त के रूप में 56 हजार एकाउंट में प्राप्त हुए।
निर्माण कार्य में अड़ंगेबाजी से त्रस्त गोपेन्द्र पांडेय अपनी पत्नी और बच्चों के साथ प्रेस क्लब में पहुंचे और पत्रकारों से इस बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि जिस जमीन पर प्रधानमंत्री आवास कटघोरा के वार्ड नं.-4 में स्वीकृत हुआ है वह उनकी पुस्तैनी जमीन है। सभी प्रकार की नापजोख के बाद यह मामला मंजूर हुआ। इसके बावजूद उन्हें वार्ड पार्षद अर्चना अग्रवाल के द्वारा अलग-अलग कारण से परेशान किया जा रहा है। पहले उन्होंने धन राशि को लेकर बात की। बाद में स्थानीय तहसील कार्यालय में आपत्ति लगाने के साथ मामले में स्टे लगवा दिया जिससे काम बाधित हुआ। मेरे द्वारा नोटिस के संबंध में आवश्यक दस्तावेज सहित पक्ष रखा गया जिस पर तहसीलदार ने स्टे हटा दिया। इसके बाद भी समस्या खत्म नहीं हुई। पार्षद ने दोबारा यही प्रक्रिया दोहराई जिससे मामला फंस गया है। जबकि मेरे भाई के लिए स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास का काम इसलिए आगे बढऩे के साथ पूरा हो गया क्योंकि उसके द्वारा मांग को पूरा कर दिया गया।