बिलासपुर। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी के रिजल्ट में देरी की वजह से इस बार भी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में फर्स्ट ईयर की पढ़ाई देर से शुरू होगी। पिछली बार भी सेशन लेट था। दरअसल, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से 29 जून को सीयूईटी यूजी की प्रोविजनल आंसर की जारी की गई थी। करीब 13 दिन के बाद 12 जुलाई को रिवाइज्ड आंसर-की जारी की गई है। इस वजह से माना जा रहा है कि रिजल्ट आने में अभी थोड़ा और समय लग सकता है।रिजल्ट आने के बाद एडमिशन के लिए काउंसिलिंग होगी। यह प्रक्रिया लंबी चलेगी। इस बीच अधिकांश राज्यों के विश्वविद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और क्लासेस भी शुरू हो जाएगी। जबकि केंद्रीय विवि में सेशन देर से शुरू होगा।इसका असर छात्रों पर पड़ेगा। क्योंकि, इन विवि में सेशन भले ही देरी से शुरू हो, लेकिन सत्र पूरा कराने के लिए इन विवि में फर्स्ट ईयर की परीक्षाएं मार्च-अप्रैल में कराई जाएगी। ऐसे में कोर्स पूरा करवाने के लिए शिक्षक हर टॉपिक को तेजी से पढ़ाएंगे जिससे स्टूडेंट्स को कई टॉपिक्स कवर करने में दिक्कत आ सकती है।छत्तीसगढ़ में पं.रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय, दुर्ग विवि, अटल विवि बिलासपुर, बस्तर विवि, सरगुजा विवि, रायगढ़ विवि जैसे 9 शासकीय विवि हैं। इनमें से एक भी विवि ने सीयूईटी में भाग नहीं लिया। छत्तीसगढ़ में केंद्रीय विवि के अलावा कुछ निजी विवि हैं जो सीईयूटी में शामिल हैं।राजकीय विवि से संबद्ध कॉलेजों में फर्स्ट ईयर में एडमिशन बारहवीं के नंबरों के आधार पर हो रहा है। सीयूईटी के परिणाम आने के बाद फर्स्ट ईयर में एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी अपनी पात्रता को ध्यान में रखते हुए काउंसलिंग करेगी। जिस यूनिवर्सिटी में छात्रों ने कम आवेदन किया होगा वहां काउंसलिंग जल्द पूरी होगी। दिल्ली विवि की काउंसलिंग अन्य विवि की तुलना में ज्यादा लंबी चलेगी। केंद्रीय विवि बिलासपुर में यूजी की 2300 सीटें हैं। इसके लिए ढ़ाई लाख आवेदन मिले थे।प्रोविजनल आंसर-की 13 दिन पहले 29 जून को हुई थी जारीरायपुर 7 सिविल जज भर्ती-2023 के लिए प्रारंभिक लिखित परीक्षा 20 अगस्त को होगी। इसके लिए रायपुर, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। इस संबंध में सीजीपीएससी से निर्देश जारी किए गए हैं। सिविल जज के कुल 49 पदों पर भर्ती होगी। इसमें 21 पद अनारक्षित हैं। 6 अजा, 15 अजजा और 7 पोस्ट ओबीसी के लिए है। प्रारंभिक परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं है।