कोलकाता, १० दिसम्बर ।
राजभवन और राज्य सरकार के बीच कम होती कड़वाहट के बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार शाम राजभवन जाकर राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस के साथ शिष्टाचार मुलाकात की। राजभवन सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के बीच करीब 40 मिनट तक बैठक चली। इस दौरान सौहार्दपूर्ण माहौल में दोनों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मुलाकात के बाद राजभवन से बाहर निकलने पर हालांकि ममता ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की। वहीं, राजभवन के मीडिया सेल ने मुख्यमंत्री व राज्यपाल के बीच मुलाकात की तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर साझा करते हुए लिखा- आज के विचार, असली दोस्ती फ्लोरेंस की तरह होती है, जब सब कुछ अंधेरा हो जाता है तो यह और भी बेहतर तरीके से चमकती है। भले ही हम अलग हो जाएं, लेकिन हम एक पेड़ की शाखाओं की तरह जुड़े रहते हैं जो एक-दूसरे की ओर बढ़ती हैं। बीते 10 दिनों के भीतर राज्यपाल व ममता के बीच यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले राज्यपाल बोस बंगाल विधानसभा उपचुनाव में नव निर्वाचित सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के छह विधायकों को शपथ दिलाने बीते दो दिसंबर को जब विधानसभा गए थे तो ममता के साथ उनकी मुलाकात हुई थी। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बोस का स्वागत किया था और शपथ समारोह के बाद सदन से बाहर आकर उन्हें विदा किया था।दोनों के बीच उससे पहले 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में अंतिम मुलाकात हुई थी। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से राजभवन व राज्य सरकार के बीच कड़वाहट कम होती दिख रही है।
राज्यपाल ने पहले विधानसभा उपचुनाव जीतने वाले सत्ताधारी पार्टी के विधायकों को विधानसभा जाकर शपथ दिलाई, इसके बाद उन्होंने राज्य के 34 विश्वविद्यालयों में स्थायी कुलपतियों की नियुक्ति पर मुहर लगा दी।राज्य सरकार की ओर से कुलपतियों के लिए प्रस्तावित नामों पर इस बार राज्यपाल की ओर से कोई आपत्ति नहीं जताई गई। बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने राज्यपाल के इस कदम का स्वागत किया था।
मालूम हो कि इससे पहले विधायकों के शपथ ग्रहण व कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर पूर्व में राजभवन व राज्य सरकार के बीच काफी टकराव देखा गया था।–