अहमदाबाद, ०१ जुलाई [एजेंसी]। गुजरात के कच्छ जिले के मुंद्रा में स्थित पर्ल स्कूल आफ एक्सीलेंस में बकरीद पर हिंदू छात्र-छात्राओं से नमाज पढ़वाने का मामला प्रकाश में आया है। अभिभावक एवं प्रशासन के हरकत में आने के बाद स्कूल प्रबंधन ने माफी मांगते हुए फिर से ऐसा नहीं करने का वादा किया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच के लिए टीम भेजी है। गुजरात सरकार ने बकरीद पर अवकाश घोषित किया था। इसके बावजूद पर्ल स्कूल आफ एक्सीलेंस में बच्चों को बुलाया गया और बकरीद मनाते हुए छात्र-छात्राओं से नमाज पढ़वाई गई। संस्था ने इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया तो अभिभावक हंगामा करते हुए स्कूल पहुंच गए।जिला शिक्षाधिकारी संजय परमार ने सूचना मिलते ही एक टीम जांच के लिए स्कूल भेजी। परमार ने इस मामले में स्कूल की मान्यता रद करने तक की चेतावनी दी है।स्थानीय विधायक अनिरुद्ध दवे ने कहा है कि सर्वधर्म समभाव मानते हैं तो मदरसों में हनुमान चालीसा का पाठ कराकर दिखाएं। स्कूल की ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं करेंगे। अभिभावकों को चाहिए कि वे ऐसे स्कूल से दूर रहें और बच्चों को शिशु मंदिर में भेजें। उन्होंने इस मामले को शांति व्यवस्था खराब करने का प्रयास बताया है। संत देवनाथ बापू ने इसे एक घृणित कार्य बताते हुए कहा कि यह शिक्षा जगत व समाज को कलंकित करने वाली घटना है। समाज में ऐसी बुराई फैलाने वाले स्कूल की मान्यता रद होनी चाहिए।उधर, उत्तर गुजरात के मेहसाणा स्थित किंग्स किंगडम स्कूल में भी बकरीद मनाने पर स्थानीय नागरिकों, अभिभावकों और हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया और कहा कि सनातन धर्म में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। हिंदू बच्चों को बकरीद मनाने में शामिल करना निंदनीय है। ————–