कोरबा। शुरूआती बारिश के तेवर नहीं झेल सकने के कारण कोरबा और उपनगरीय क्षेत्र के कई सडक़ों की उपरी परत उखड़ गई। इससे लोग लंबे समय तक परेशान रहे। धूल उडऩे के कारण हो रही दिक्कतों पर दो दिन से हो रही बारिश ने ब्रेक लगाया है। इसके साथ अब खतरा इस बात का बना है कि लगातार बारिश से सडक़ और ज्यादा उखड़ेगी। ऐसे में परेशानी भी बढ़ेगी।
कोरबा जिले में सडक़ों के उखडऩे का मामला कोई पहली बार का नहीं है। लंबे समय से जनता इस प्रकार की तस्वीरों को देखती रही है और इसकी अभ्यस्त हो गई है। बार-बार की नाराजगी और ध्यानाकर्षण के बाद भी ऐसे मामलों में कोई खास सुधार नहीं आ सका। वर्ष 2024 में ही निगम ने सडक़ों को ठीक कराने में रूचि ली थी। उम्मीद जतायी जा रही थी कि अच्छे खर्च के कारण सडक़ें ज्यादा समय तक टिकेंगी और लोगों को सहुलियत होगी। यह सोचना एक बार फिर गलत साबित हुआ। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार एक तो काफी विलंब से बारिश हुई। इसके बावजूद शुरूआती बारिश के दौर में ही कोरबा की सडक़ों की स्थिति खराब हो गई। ऊपर के हिस्से की परत के उखडऩे से वाहनों के दबाव ने हालात और खराब कर दिए। इसके कारण आम लोग परेशान हुए। कोरबा नगर के साथ उपनगरीय क्षेत्र में इस तरह की मुश्किलें पेश आयी। इस मामले को लेकर भाजपा ने प्रदर्शन किया और कई प्रकार के आरोप लगाए। जवाब में कहा गया कि अगर लोगों के पास पैसे हैं तो वे प्रदर्शन करने के बजाय सडक़ को ठीक क्यों नहीं करा देते। अषाड़ के पहले पखवाड़े में बारिश ने परेशानी खड़ी की और दूसरे पखवाड़े तक लोगों को हलाकान किया। इधर सावन की शुरूआत होने के साथ बारिश पूरे तेवर में उपस्थिति दर्ज करा रही है। ऐसे में सडक़ से उडऩे वाली धूल के कारण लोगों को राहत मिल गई है लेकिन अब इस बात का खतरा ज्यादा है कि सडक़ पर समस्याएं और ज्यादा होंगी और ऐसे में लोगों की परेशानिया बढ़ेंगी।