जांजगीर-चांपा। रेलवे ब्रिज से शुक्रवार को एक व्यक्ति नीचे हसदेव नदी में गिर गया है। घटना को 30 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत गया है मगर अब तक उसका कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की टीम उसकी तलाश में लगी रही। बिलासपुर से पहुंची एसडीआरएफ की टीम दूसरे दिन भी दिनभर खोजती रही है। मगर कुछ पता नहीं चल सका। अब रविवार को फिर से रेस्क्यू आपरेशन किया जाएगा। मामला चांपा थाना क्षेत्र का है। शुक्रवार की दोपहर कुछ लोग हसदेव नदी में नहा रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति रेलवे ब्रिज से सीधे नदी में गिरा है। उन्होंने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। सूचना मिलते ही चांपा और जांजगीर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फिर स्थानीय गोताखोरों की मदद से उसकी तलाश शुरू की गई। देर शाम तक उसकी तलाश की गई मगर उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद बिलासपुर से एसडीआरएपु की टीम को बुलाया गया। एसडीआरएफ ने भी उसकी खोजबीन की पर उसका कुछ पता नहीं चला। दूसरे दिन शनिवार सुबह से फिर से रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया। दिनभर एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की टीम लगी रही। मगर शनिवार को भी उसका कुछ पता नहीं चला। मौके पर चांपा थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार स्टाफ के साथ डटे रहे। रात होने के कारण रेस्क्यू आपरेशन बंद कर दिया गया। अब रविवार की सुबह फिर से उसकी तलाश शुरू की जाएगी। थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार ने बताया कि जिस वह व्यक्ति रेलवे की पटरी से नदी में कूदा उस समय रेलवे के कुछ कर्मचारी पटरी मरम्मत का काम कर रहे थे। उन्होंने डूबने वाले व्यक्ति की पहचान बालपुर निवासी लैन कुमार केंवट(50) के रूप में की है। स्वजन ने पुलिस को बताया कि लैन कुमार मानसिक रूप से बीमार था। वह अचानक घर से निकलकर ब्रिज तक कैसे पहुंच गया, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। जिस पुल पर यह घटना घटी है वह मुंबई-हावड़ा रूट पर हसदेव नदी में बनी है। फिलहाल उसकी तलाश जारी है। हसदेव नदी में ब्रिज से एक व्यक्ति के गिरने और उसके डूबने की सूचना मिलने पर एसपी विजय अग्रवाल ने नगर सैनिक और स्थानीय गोतोखोरों के माध्यम से खोजबीन शुरू करने के निर्देश दिए। इसके बाद एसडीआरएपु की टीम को बुलाया गया। वहीं वे स्वयं मौके पर पहुंचे और खोजबीन में लगे अधिकारी कर्मचारियों को निर्देश दिए। एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि रेलवे ब्रिज से सीधे हसदेव नदी में वह व्यक्ति जिस स्थान पर गिरा वह नदी का बीच का हिस्सा है। इस स्थान पर गहराई होने के साथ ही पानी का बहाव भी कापुी तेज है। पानी का बहाव तेज होने के कारण टीम को रेस्क्यू करने में परेशानी आ रही है। टीम ने शनिवार को नदी के दोनों तट के किनारे नीचले हिस्से में करीब दो से तीन किलोमीटर तक खोजबीन की मगर उस व्यक्ति का कुछ पता नहीं चल सका।