जांजगीर चांपा। शासन के निर्देश के बाद यातायात व आरटीओ विभाग द्वारा स्कूली बसों की जांच कर अनफिट बसों का जुर्माना वसूल किया गया। लेकिन यात्री बसों पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। इसलिए यात्री बसें धड़ल्ले से बिना परमिट व फिटनेस के दौड़ रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि शहर में चलने वाली सिटी बस भी वर्षो से बिना परमिट, फिटनेस व बीमा के दौड़ रही है। ऐसे में अगर घटना हो जाती है तो जिम्मेदार कौन होंगे। यात्रियों की जान से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। जिम्मेदार यातायात व आरटीओ को जांच करने तक की फुर्सत नहीं है। बस ऑपरेटर यात्रियों की जान जोखिम में डालकर बिना परमिट फिटनेस व बीमा के बसों को दौड़ा रहे हैं। पत्रिका ने अकलतरा में चलने वाली बस की पड़ताल की तो पता चला कि 1 वर्ष से ज्यादा समय से सिटी बस चल रही हैं। जिनकी परमिट, फिटनेस और बीमा की समय अवधि निकल चुकी है। बसों के संचालन के लिए सरकार ने कई नियम बनाए है, लेकिन सभी नियमों को ताक पर रखकर बस संचालक बसों का संचालन किया जा रहा हंै। बस अलग-अलग रूट पर बिना परमिट, फिटनेस और बीमा के दौड़ रही हैं। बस के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर परिवहन विभाग की वेबसाइट पर सिटी बस की परमिट, फिटनेस व बीमा की जांच की तो पता चला कि बस ऑपरेटर ने सितंबर 2017 से लेकर नवंबर के बाद बस का फिटनेस नहीं कराया है।