पटना, २७ दिसम्बर ।
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शिक्षा विभाग के उच्च माध्यमिक स्कूलों में योगदान के लिए तृतीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। 30 विषयों के लिए जारी परिणाम में 10 विषयों की 90 प्रतिशत से अधिक सीटें रिक्त रह गईं हैं।मगही विषय की सभी 106 सीटें रिक्त रह गई हैं। रसायन शास्त्र की 3,742 सीटें के विरुद्ध 273, मैथिली की 188 के विरुद्ध 19, प्राकृत की 153 के विरुद्ध एक, पाली की 87 के विरुद्ध एक, गृहविज्ञान की 593 के विरुद्ध 56, फारसी की 311 के विरुद्ध सात, बांग्ला की 24 के विरुद्ध सात, भोजपुरी की 186 के विरुद्ध तीन तथा अरबी की 190 के विरुद्ध 18 सीटों पर ही योग्य अभ्यर्थी मिले हैं।अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के प्लस टू स्कूलों में केमिस्ट्री और फिजिक्स विषय की सीटें के विरुद्ध भी एक भी योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले हैं। शिक्षा विभाग के स्कूलों में भौतिकी विषय में ईडब्ल्यूएस पुरुष, एससी-एसटी, ईबीसी, बीसी व बीसीएल श्रेणी की सीटें योग्य अभ्यर्थी के अभाव में रिक्त रह गईं हैं।
रसायन शास्त्र में सामान्य श्रेणी के पुरुष व महिला छोडक़र अन्य सभी श्रेणी की सीटों पर योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले हैं। मैथिली, भोजपुरी, पाली, और अरबी में भी सामान्य छोड़ सभी सीटें रिक्त रहीं। प्राकृत में सामान्य श्रेणी में पुरुष अभ्यर्थी भी नहीं मिले। गणित विषय में एससी अभ्यर्थी की सीटें रिक्त रह गईं।आयोग के अनुसार, सामान्य प्रशासन विभाग से प्राप्त पत्र के अनुसार सामान्य व ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों के लिए कटआफ अंक 40 प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग के लिए 36.5, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 34 तथा अनसूचित जाति एवं जनजाति, सभी वर्गों की महिलाएं व दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 32 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। बिहार लोक सेवा आयोग ने 24 जून से 20 दिसंबर, 2024 तक 22 परीक्षाओं का आयोजन किया। इनके लिए 66 मल्टीसेट प्रश्न पत्र तैयार किए गए, जिसमें छह हजार 365 प्रश्न पूछे गए थे। 11 लाख 44 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन मिले। इसकी जानकारी आयोग ने मंगलवार को विज्ञप्ति जारी कर दी।आयोग के अनुसार, इन प्रश्नों के संबंध में किसी स्तर से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई कि एक भी प्रश्न किसी कोचिंग संस्थान के मॉडल प्रश्न पत्रों से लिया गया। 13 दिसंबर को आयोजित एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के संबंध में भी 10 दिनों तक कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई थी कि इनमें से कुछ प्रश्न किसी कोचिंग संस्थान के मॉडल प्रश्न पत्र से लिए गए हैं।