जांजगीर। ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल, बनारी, जांजगीर में स्कूल के डायरेक्टर श्री आलोक अग्रवाल व प्राचार्या श्रीमती सोनाली सिंह के निर्देशन में गुरू पूर्णिमा के अवसर पर संस्था के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा स्कूल प्रांगण में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया जिसमें शिक्षकों द्वारा राज्यों के प्रमुख गुरूओं के जीवन वृतान्त उनके प्रमुख कार्यो एवं उद्दश्यों के बारे में विस्तारपूर्वक विद्यार्थियों को बताया गया। जिसमें सर्वप्रथम संस्था की शिक्षिका सुश्री प्रियंका शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए गुरू के गुणों एवं महत्ता के बारे में बताया। तत्पश्चात् ििश्क्षका श्रीमती हन्ना बंजारे द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के प्रमुख गुरू सतनाम पंथ के प्रणेंता संत गुरू घासीदास जी के जीवनी एवं उनके प्रमुख कार्यो के बारे में बताते हुए कहा की उन्होने अपने जीवन भर समाज को एकता, भाईचारे, समरसता एवं सात्विक जीवन जीने तथा सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया। तत्पश्चात् शिक्षिका श्रीमती सीमा पांडे ने मध्यप्रदेश के प्रमुख गुरू भय्यु जी महराज के जीवन वृतान्त के बारे बताते हुए कहा की इनका सम्पूर्ण जीवन महिलाओं, बच्चों एवं अनाथों के उत्थान के कार्यो में बीता। तत्पश्चात् शिक्षिका श्रीमती कोनिका दास ने पश्चिम बंगाल (कोलकाता) के प्रमुख गुरू रबीन्द्रनाथ टैगोर के जीवन गाथा के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होने ने जीवन भर देश प्रेम से ओतप्रोत देशभक्ति गीत के माध्यम से समस्त लोगों के मन में देश प्रेम का अलख जगाया। तत्पश्चात् शिक्षिका श्रीमती मिनीमोल थॉमस ने केरल राज्य के गुरू नारायाण गुरू के बारे में बताया उन्होने कहा की वे एक महान समाज सुधारक थे। नारायण गुरू को उस परम की प्राप्ति गुफा में हुई। संस्था के संस्थापक श्री आलोक अग्रवाल जी ने कक्षा- पहली से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को सुर और ताल के साथ गुरू मंत्र का जाप करवाया। दोपहर में ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल के द्वितीय तल के उद्घाटन समारोह में संस्था के डायरेक्टर श्री आलोक अग्रवाल एवं उनकी अर्धांगिनी श्रीमती प्रणिता अग्रवाल, माता श्रीमती पुष्पा देवी अग्रवाल, श्री ज्ञानेश तिवारी, श्री सी.पी. तिवारी, शिक्षक-शिक्षिकाएँ एवं छात्र-छात्राएँ भगवान सत्यनारायण जी की पूजा में सम्मिलित हुए। सत्यनारायण भगवान की पूजा पंडित श्री सुनिल शर्मा जी द्वारा सम्पादित की गई। पूजा पूर्ण होने के पश्चात् नवनिर्मित द्वितीय तल का रीबन काटकर शुभांरभ किया गया। अंत में संस्था के समस्त विद्यार्थियों एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रसाद वितरण किया गया।