नईदिल्ली, 13 जुलाई [एजेंसी]। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने मणिपुर में प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के सदस्यों द्वारा जबरन वसूली के एक मामले में म्यांमार के एक नागरिक सहित तीन लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। इम्फाल में एक विशेष एनआईए अदालत के समक्ष प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के तीन कैडरों, अर्थात् (पीपुल्स रिवोल्यूशनरी आर्मी), केसीपी (कांगलेइपक कम्युनिस्ट पार्टी), पीआरईपीएके (पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेइपाक) और यूएनएलएफ (यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट) के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था। ), दूसरों के बीच में।म्यांमार के दीपक शर्मा उर्फ खिनमाउंग, मणिपुर के सूरज जसीवाल और मणिपुर के ही शेखोम ब्रूस मीतेई के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया था। शर्मा पर विदेशी अधिनियम के तहत अतिरिक्त आरोप लगाए गए हैं। एनआईए ने कहा कि आरोपी इन आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के इरादे से धन जुटा रहा था।अब तक की जांच से पता चला है कि प्रतिबंधित संगठनों के कैडर अपने संगठनों के लिए धन जुटाने के लिए इंफाल और घाटी के इलाकों में लोगों को जबरन वसूली के लिए कॉल कर रहे थे। इन कैडरों ने पीडि़तों के साथ अपने सहयोगियों के बैंक खाते का विवरण साझा किया और उन्हें निर्देश दिया कि एनआईए ने कहा, जबरन वसूली की रकम उसी में जमा करो। एनआईए ने 9 मार्च, 2022 को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकडऩे के लिए जांच जारी है।