कोरबा। आखिरकार बरपाली-जिल्गा स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य राजेश्वर कश्यप को शिक्षा विभाग ने फौरी कार्रवाई के तहत हटा दिया है। मनमाने नियम बनाने और विद्यार्थियों सहित अभिभावकों को परेशान करने के आरोप में यह कार्रवाई की गई। काफी समय से प्राचार्य अपनी गतिविधियों को लेकर सुर्खियों में थे। जिला शिक्षा अधिकारी गोवर्धन भारद्वाज ने प्राचार्य कश्यप को हटाने से संबंधित आदेश जारी कर दिया है। उन्हें करतला विकासखंड के शासकीय हाईस्कूल पीडिय़ा पदस्थ किया गया है जहां पर प्राचार्य का पद काफी समय से रिक्त था। आदेश संख्या 2262 में साफ तौर लिखा गया है कि शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। संबंधित आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस मामले में कलेक्टर का अनुमोदन प्राप्त करने की जानकारी दी गई। बताया गया कि बरपाली के प्राचार्य राजेश्वर काफी समय से यहां पदस्थ थे और सरकारी नियम-कायदों के बजाय खुद की बनाई व्यवस्था थोपने की कोशिश कर रहे थे। अलग-अलग कारणों से अभिभावकों और छात्रों को कैसे परेशान किया जाए, इसके लिए कुछ अलग ही नीति बनाई गई थी। कुछ महीने पहले भी स्कूल शिक्षा समिति के अध्यक्ष सहित पदाधिकारियों व अभिभावकों ने शिकायत की थी जिस पर कोरबा एबीईओ ने जांच कर रिपोर्ट सौंपी थी। यह मामला ठंडा नहीं हुआ था कि अब शिक्षा सत्र 2023-24 में नवप्रवेशित छात्रों के मामले में प्राचार्य अपना नियम चला रहे थे। कहा जा रहा था कि ऐसे लोगों को शपथ पत्र देना होगा कि वे किसी भी कारण से प्राचार्य की शिकायत कहीं नहीं करेंगे। इस नियम ने लोगों को परेशान किया और इसी चक्कर में प्रवेश की प्रक्रिया बाधित हो गई। कई लोगों ने जनदर्शन में कलेक्टर से इसकी शिकायत की और कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद एडीएम और जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के साथ जरूरी कदम उठाने को कहा गया था। इसके अनुक्रम में प्राचार्य को हटा दिया गया। इस व्यवस्था से बरपाली संस्था में पढऩे वाले विद्यार्थी से पालक खुश हैं।